शिवपुरी। केपी सिंह की विधानसभा में अब सूखा नहीं पड़ेगा। हर हाल हरियाली बरकरार रहेगी क्योंकि केन बेतवा नदी गठजोड़ योजना में शिवपुरी जिले को शामिल कर लिया गया है और इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा पिछोर विधानसभा के किसानों को होगा।
राज्य सरकार ने राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण के जरिए केन्दीय जलसंधासन विभाग की मदद से अंतत: केन बेतवा नदी गठजोड़ योजना में शिवपुरी और अशोकनगर जुडवा लिया। बेतवा से शिवपुरी को लोअर केनाल से जोड़ा जाएगा। जोडऩे के लिए शिवपुरी की खनियाधाना तहसील में बांध बनाया जाएगा। पेयजल आपूर्ति के अलावा बांध से शिवपुरी जिले मेें 67 हजार 570 हेक्टेयर में सिचांई हो सकेगी।
बताया जा रहा है कि इस बांध से पेयजल के लिए भी छह एमसीएम पानी दिया जाएगा। योजना में शामिल होने के बाद शिवपुरी के वर्तमान सिंचाई रकबे में 150 फीसदी का इजाफा होगा। सिंचाई के लिए 329 एससीएम पानी का उपयोग किया जा सकेगा। शिवपुरी के उस इलाके को सिंचाई की सकेगी,जो अभी तक असिंचिंत था।
जानकारी मिल रहा है कि इस प्रोजेक्ट के लिए शासन 3730 हेक्टयर जमीन अधिग्रहित करेंगी और इस इसमे 1038 हेक्टयर भूमि सर्वे में निजी है। जिसे सरकार 23891 लाख रूपए देकर अधिग्रहित करेंगी। और इसी रकम में ही पुनर्वास और पुनरूत्थान के लिए होगा।
इस प्रोजेक्ट मे शिवुपरी और अशोकनगर के 12 गांव प्रभावित होगें। इन गांवो के किसानो की भूमि को अधिग्रहित किया जा सकता है। और इस प्रोजेक्ट से किसानो की भूमि सिंचित करने के 91 किमी लंबी केनाल बनाई जाएगी।