शिवपुरी। जिले के बैराड की 30 हजार आबादी को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए पिछले दिनों नगरीय प्रशासन विभाग ग्वालियर से जेडी की टीम नगर के जल स्रोतों का जायजा लेने पहुंची थी।
यहां टीम ने नगर के जल स्रोतों का निरीक्षण किया था जेडी की टीम ने पचीपुरा तालाब को जलावर्धन योजना के तहत उपयुक्त पाया था टीम की हरी झंडी मिलने के बाद ही जलावर्धन योजना के लिए सर्वे का काम शुरू हो गया।
यहां पचीपुरा तालाब से जलावर्धन योजना का काम शुरू करने के लिए हैदराबाद से 14 सदस्यीय सर्वे टीम बैराड़ पहुंच चुकी है। सर्वे टीम ने 31 अक्टूबर से सर्वे कार्य शुरू कर दिया है सर्वे कार्य पूरा होने के बाद प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर प्रदेश के नगरीय प्रशासन विभाग को भेजी जाएगी इसके बाद यह तय हो सकेगा कि प्रोजेक्ट में सही लागत क्या होगी।
हैदराबाद की दारांश कंपनी की 14 सदस्यीय टीम शनिवार को बैराड़ पहुंच गई यहां सर्वे टीम ने जलावर्धन योजना का सर्वे कार्य शुरू कर दिया है सर्वे टीम द्वारा पचीपुरा तालाब का सर्वे किया जा रहा है
इसके बाद टीम बैराड़ के हर गली-मोहल्ले में पचीपुरा तालाब से बिछाई जाने वाली पाइप लाइन के लिए सर्वे कार्य किया जाएगा टीम का यह सर्वे का काम 15 दिन तक चलेगा और 14 नवंबर को सर्वे काम पूरा होते ही डीपीआर तैयार कर भेज दी जाऐगी।
पचीपुरा तालाब बैराड़ नगर से साढे तीन किलोमीटर की दूरी पर है पचीपुरा तालाब से बैराड़ तक पानी लाने के लिए साढे तीन किलोमीटर लंबी सर्विस लाइन बिछाई जाएगी यहां पचीपुरा तालाब पर ही फिल्टर प्लांट बनाया जाएगा।
इसके लिए इंटेकवेल का भी निर्माण होगा नगर में 2 लाख लीटर क्षमता के दो ओवरहेड टैंक बनाए जाएंगे ओवरहेड टैंकों से डिस्ट्रीब्यूशन लाइन के जरिए पानी पूरे नगर में सप्लाई होगा।
सर्वे के बाद डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट डीपीआर तैयार की जाएगी इस डीपीआर में जलावर्धन योजना का प्रस्ताव प्रदेश शासन के नगरीय प्रशासन विभाग को भेजा जाएगा इसमें 18 से 20 करोड़ की अनुमानित लागत आएगी डीपीआर मंजूर होते ही जलावर्धन योजना का काम शुरू हो जाएगा।
