खनियाधाना। जिले के खनियांधाना की जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बामौरकलॉ के प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र सिर्फ स्टॉफ की कमी से जूझ रहा है अभी वर्तमान में इस केन्द्र पर 1 डॉक्टर और 1 नर्स ही है।
जानकारी के अनुसार खानियांधाना की बमौरकलॉ पंचायत और उससे लगे 32 गांव स्वास्थय सुविधाओं से वंचित है। इस केन्द्र पर मात्र 1 डॉक्टर और 1 नर्स होने के कारण इस क्षेत्र के निवासियों केा झोलाछाप डॉक्टरो से ईलाज करना पड़ता है।
इस पंचायत से स्टैट हाइवे निकलने के कारण इस पर हाईबे पर दुर्घटनाओ की अंशका अधिक रहती है और किसी भी ऐक्सीटेंड के हो जाने पर यहां पर कोई भी ईजाज जैसी कोई भी सुविधा नही है सभी ऐक्सीटेंडो के कैशो को रैफर किया जाता है।
बताया गया है कि इस स्वास्थय केन्द्र पर समान्य बुखार जैसी बिमारी का ईजाज भी दूर की कौडी हो गई है एक ही डॉक्टर होने के कारण डॉक्टर कभी मिलते है कभी नही। इस कारण यह के निवासियों को दूसरी जगह या झोलाछापो के यहां ईलाज करना पड़ता है।
नही है कोई स्वास्थय सुविधाए
लैब टेक्नीशियन मलेरिया स्पेस्लिस्ट नहीं है।
इस स्वास्थ्य केन्द्र में न तो कोई लैव है, और ना ही टेक्नीशियन है, और न ही मलेरिया स्पेस्लिस्ट आय दिन मरीजों की कतार लगती है तो कभी डॉक्टर नदारद तो कभी पर्चे बनाकर अपना पल्ला झाड देते है और अगर मरीज गंभीर दिखता है तो उसे बाहर तुरन्त रैफ र कर देते है।
गेट बहार से कर देत है रेफर
बामौरकलां के मध्य से निकले हाइवे की बजह से आय दिन बडे बडे हादसे होते रहते है और 32 गांव भी पंचायत में आते है तो एम.एल.सी. भी आय दिन होती है पर ज्यादातर स्वास्थ्यकेन्द्र में न देख कर बाहर रैफ र कर दिये जाते है। और तत्काल कोई ईलाज ना मिलने से कई जिन्दगी मौत के मुंह में जा चुकी है।
108 एम्बूलेन्स की कोई सुविधा नहीं है
स्वास्थ्य केन्द्र में 108 ए बूलेन्स की कोई सुविधा नहीं है यहां प्रसूता लाने ले जाने के लिये और कई एक्सीडेन्टों के लिये कोई लाने के लिये कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है।
यह है लोगो की मांग
बामौरकलां व बामौरकलां क्षैत्र के लोगों की मांग है कि बामौरकलां स्वास्थ्य केन्द्र में कम से कम 2 डॉक्टर 4 नर्से होना चाहिये, 108 ए बूलेन्स, लैबटेक्नीशियन व मलेरिया स्पेसलिस्ट स्वास्थ्य केन्द्र में होना चाहिये।