शिवपुरी। व्यापम के चक्रव्यूह में शिवपुरी जिले का नाम रह रहकर सामने आ रहा है। आज सीबीआई के अफसरो की एक टीम ने पीजी कॉलेज में दस्तक दी और कॉलेज के कर्मचारियों से पूछताछ की।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो के सहायक उपनिरीक्षक विपिन गहलोत ने आज शिवपुरी पहुंचकर वर्ष 2013 में 15 सित बर को आयोजित हुई पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में कथित तौर पर हुई व्यापम फर्जीबाड़े की शिकायत की जाँच के सिलसिले में शिवपुरी आए थे।
बताया गया है कि उक्त ऑफिसर ने व्यापम परीक्षा के कण्ट्रोल रूम पीजी कॉलेज में पहुंचकर यहां के कर्मचारी आशीष, रामप्रकाश, राहुल चौधरी आदि के बयान लिए संजय भार्गव के भी बयान सीबीआई को लेने थे मगर ये बयान नहीं हो सके।
बताया जाता है कि इस परीक्षा में आरक्षक भर्ती बैठे कुछ अ यर्थियों को चयन व्यापम की मिलीभगत से हुआ है। सीबीआई ने आज कुछ अ यर्थियों की लिखावट के नमूने भी एकत्र किए।
हालांकि आधिकारिक तौर पर सीबीआई के अधिकारी ने कुछ भी कहने से यह कहकर इंकार कर दिया कि वे इसके लिए अधिकृत नहीं है, जो भी जानकारी शिवपुरी समाचार डॉट कॉम को मिली वह दीगर सूत्रों से मिली है।
यहाँ बता दें कि व्यापम में हुए फर्जीबाड़े का यह इकलौता केस नहीं इससे पूर्व एसआईटी और एसटीएफ भी शिवपुरी में कई बार दबिश दे चुकी है।
यहां करैरा, पोहरी, शिवपुरी और दिनारा सहित अन्य क्षेत्रों से भी संदिग्धों की धरपकड़ हो चुकी है।
व्यापम का एक दलाल बंटी धाकड़ भी शिवपुरी की सिद्घेश्वर कॉलोनी क्षेत्र का निवासी है। व्यापम काण्ड में जेल की सलाखों में कैद पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के ओएसडी ओपी शुक्ला शिवपुरी में आरटीओ के पद पर कार्यरत रह चुके हैं जिसके चलते उनके भी स्थानीय स पर्कों से इंकार नहीं किया जा सकता।