शिवपुरी। जिला अस्पताल में पिछले 40 दिनों से शरीर में संक्रमण बढ़ जाने से 23 वर्षीय विवाहित महिला ममता पुत्री दूल्हाजी गुर्जर हाल निवासी धर्मपुरा थाना कोलारस जीवन और मौत से संघर्ष कर रही है। ममता इस समय अपने लिए मौत की दुआ भगवान से मांग रही है।
उसके दोनों पैर खराब हो चुके हैं और गरीबी इतनी है कि ठीक से भी उसका इलाज नहीं हो पा रहा। ऐसी स्थिति में महिला के पति ने भी उससे नाता तोड़ लिया है और जिला अस्पताल में ममता का साथ उसका पिता दूल्हाजी गुर्जर निर्वाह कर रहा है। अपनी बीमारी और पति की बेवफाई से ममता हताश और निराश हो चुकी है।
जिला अस्पताल में भर्ती ममता ने बताया कि उसका विवाह चार साल पहले सतनवाड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम पतारा में हुआ था और वह अच्छी तरह अपनी जिंदगी जी रही थी लेकिन लगभग 22 माह पहले घर में खाना बनाते समय आग लग गई और वह उस आग की लपटों में झुलस गई।
परिवारवालों ने जिसमें उसके पति भी शामिल थे उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका लगभग 22 महीना इलाज चला और इस दौरान उसका पति भी उसके साथ रहा तथा अपने धर्म को उसने अच्छी तरह से निभाया।
लेकिन ईश्वर को उसका यह सुख मंजूर नहीं हुआ। अचानक उसके घावों में संक्रमण बढऩे लगा। उसके दोनों पैर कटने की कगार पर पहुंच गये। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में फिर भर्ती कराया गया, लेकिन इस बार सुख दुख में साथ निभाने वाले उसके पति ने भी उससे नाता तोड़ लिया जिससे बीमारी से अधिक वह अपने पति की बेवफाई से दुखी है और अब ईश्वर से दुनिया से उठाने की प्रार्थना कर रही है।
ममता का कहना है कि उसके पिता की हालत भी उतनी अच्छी नहीं है कि वह उसके इलाज का खर्च उठा सके। इस कारण उसकी अपनी जिंदगी उसके लिए बोझ बन चुकी है। अब देखना यह है कि शिवपुरी के समाज सेवी जो मरिजो को फल बाट कर नेताओ के जन्मदिन मनाते है वे इस दुखियारी ममता की कितनी मदद करते है।