शिवपुरी। कल बुधवार को रन्नौद में आयोजित खण्ड स्तरीय लोक कल्याण शिविर में ग्राम पंचायत कुसुअन के सरपंच के भाई मुकेश यादव द्वारा सहायक यंत्री सोनेराम वर्मा को चप्पलों से पीटे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया हैं। श्री वर्मा का आरोप है कि कोलारस विधायक रामसिंह यादव के पुत्र महेन्द्र सिंह यादव की शह पर उन पर हमला किया गया।
उनका कहना है कि विधायक पुत्र महेन्द्र सिंह यादव ने उन पर आरोपी के लिए फर्जी भुगतान करने का दवाब बनाया था और जब वह दवाब में नही आये तो उन पर हमला करा दिया गया। श्री वर्मा आरोप लगाते हैं कि पुलिस थाने में उन्होंने विधायक पुत्र के विरूद्ध भी शिकायत दर्ज कराई थी।
लेकिन पुलिस ने उनका नाम आरोपी के रूप में दर्ज नहीं किया। फरियादी सोनेराम वर्मा की रिपोर्ट पर रन्नौद थाने में आरोपी मुकेश के खिलाफ धारा 294, 353, 506 बी का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया हैं।
सहायक यंत्री सोनेराम वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि दो दिवस पूर्व विधायक पुत्र महेन्द्र सिंह यादव ने उन्हें फोन कर कहा कि महेश यादव मेरे घर का व्यक्ति हैं और उसके जो भी भुगतान हैं उन्हें कर दिये जाएं इसके बाद सरपंच का भाई मुकेश यादव मेरे कार्यालय आया और उसने मुझ भुगतान करने का दवाब बनाया।
जब मेने मना कर दिया तो वह मेरे साथ गालीगलौंच करने लगा उस समय सुरेश बेडिय़ा और सरपंच करतार सिंह वहां बैठे हुए थे। जिन्होंने मुकेश को वहां से समझा बुझा कर वहां से वापस भेज दिया, लेकिन कल रन्नौद में आयोजित लोककल्याण शिविर के समापन के बाद विधायक पुत्र महेन्द्र सिंह यादव और सरपंच का भाई मुकेश यादव ने मुझे रोक लिया और मुझे धमकी दी।
जब मैने विरोध किया तो मुझ में चप्पल मार दी और जान से मारने की धमकी दी। विधायक पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज न होने के कारण सोनेराम वर्मा कलेक्टर और एसपी से विधायक पुत्र के खिलाफ प्रकरण कायम कराने के लिए एक ज्ञापन सौंपेगे।
इनका कहना हैं
यह बात सही हैं कि मैने सहायक यंत्री की चप्पलों से मारपीट की हैं और मुझे इसका कोई मलाल नहीं हैं भ्रष्टाचारियों को इसी तरह सबक सिखाना पड़ता हैं। सहायक यंत्री सोनेराम वर्मा मुझ से ब्रजभान सिंह पुत्र रामसिंह यादव और रामकृष्ण सूरतियां के भुगतान के लिए 20 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा था और उसने कई भुगतान भी रिश्वत न मिलने के कारण रोक रखे थे।
ग्राम पंचायत कुसुअन के सरपंच का भाई