शिवपुरी। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ग्वालियर से इन्फार्मेशन टैक्नोलॉजी और मैनेजमेंट में बी.टैक करने वाली छात्रा अर्चना राजपूत ने प्रभारी मंत्री कुसुम महदेले को जब अपनी पारिवारिक व्यथा सुनाई तो उन्होंने छात्रा की संवेदनाओं को भांपते हुए स्वैच्छिक अनुदान राशि में से 15 हजार रूपया देने के निर्देश अपने ओएसडी को दिए।
इसके साथ ही उसके शिक्षा लोन को लेकर प्रशासनिक व्यवस्था करने की भी कार्यवाही प्रभारी मंत्री ने की। छात्रा के लगातार रूदन करने के बाद प्रभारी मंत्री ने पोहरी विधायक प्रहलाद भारती को नसीहत भरे अंदाज में कहा कि इस तरह के मामलों को आप लोग क्यों नहीं देखते। आप शिवपुरी जिले के विधायक हैं और यहां एक सशक्त मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भी है।
अर्चना राजपूत ने प्रभारी मंत्री के प्रवास पर अपनी गुहार लगाते हुए कहा कि उनके पिता परमाल सिंह राजपूत की पिछले वर्ष अगस्त माह में किसी संक्रामक बीमारी के कारण मौत हो गई थी। उस अचानक हादसे से करैरा निवासी अर्चना राजपूत का पूरा परिवार प्रभावित हुआ है जिसमें उसके छोटे भाई व बहिन के साथ मॉं भी शामिल है।
उसकी मांग थी कि प्रभारी मंत्री, मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उसकी मुलाकात करवाऐ जिसके आधार पर वह अपनी शिक्षा के लोन लगभग 2 लाख रूपयों की माफी की गुहार लगा सके। इसके साथ-साथ उसे उचित रोजगार मिले ताकि वह अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके।
जिसकी जि मेदारी प्रभारी मंत्री ने मौके पर ही विधायक प्रहलाद भारती को सौंपी और कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते जनता की इस तरह की समस्याओं का निराकरण आप लोगों को करना चाहिए, जिन्होंने आपका निर्वाचन किया है मैं तो मप्र सरकार के द्वारा लागू योजनाओं की समीक्षा करने के लिए यहां आती हॅंू।
साथ ही उन्होंने उद्यान विभाग के माध्यम से तत्काल किसी भी तरह के रोजगार उपलब्ध कराने की व्यवस्था के भी निर्देश जारी किए। अपनी व्यथा सुनाते हुए अर्चना राजपूत ने कहा कि पिता के स्वास्थ्य बिगडऩे के दौरान जिला चिकितसालय में तैनात डॉ.डी.के.बंसल, डॉ.अर्जुन लाल शर्मा की लापरवाही से मामला बिगड़ा था।
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