शिवपुरी। कलेक्टर राजीव दुबे ने आज पहली बार जनपद पंचायत करैरा में जनसुनवाई में भाग लिया। कलेक्टर को अपनी समस्याओं को लेकर शिकायत करने वालों का तांता लगा रहा।
जनसुनवाई में कलेक्टर दुबे ने सख्ती का परिचय दिया और विद्युत विभाग के यंत्री सुजीत मिश्रा को बिल एडजस्टमेंट के लिए रिश्वत देने वाले शिकायतकर्ता के विरूद्ध भी प्रकरण दर्ज करने का आदेश दिया है, वहीं बेवा महिलाओं की शिकायत पर राजगढ़ पंचायत के सचिव धर्मेन्द्र को निलंबित करने का आदेश दिया। समाचार लिखे जाने तक करैरा में जनसुनवाई जारी थी।
कलेक्टर आज जब पहली बार करैरा में जनसुनवाई के लिए पहुंचे तो लोगों में उत्साह का वातावरण था, वहीं सरकारी अधिकारी और कर्मचारी दहशत में दिखे। बापू हायरसेकेण्ड्री स्कूल के संचालक विनोद भार्गव ने विद्युत मण्डल के जूनियर इंजीनियर सुजीत मिश्रा की शिकायत जनसुनवाई में की।
श्री भार्गव ने अपनी लिखित शिकायत में कलेक्टर को अवगत कराया कि आंकलित खपत के नाम पर उसे विद्युत मण्डल ने 40 हजार रुपये का बिल थमा दिया। इस बिल के एडजस्टमेंट के लिए वह यंत्री श्री मिश्रा से मिले तो उन्होंने पांच हजार रुपये की मांग की और यह राशि देने के बाद भी उसके बिल का एडजस्टमेंट नहीं किया गया।
इस शिकायत पर कलेक्टर ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि रिश्वत लेना और दोनों अपराध हैं और उन्होंने शिकायतकर्ता श्री भार्गव और यंत्री मिश्रा के विरूद्ध प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिये।
ग्राम पंचायत राजगढ़ के सचिव धर्मेन्द्र की शिकायत करते हुए आदिवासी विधवा ललिता बाई, सरोज और शीला आदि ने बताया कि विधवा पेंशन दिलाने के लिए सचिव ने उनसे 10 हजार रुपये रिश्वत में लिये। इस पर कलेक्टर ने तुरंत सचिव धर्मेन्द्र को निलंबित करने के आदेश दिये।
