मेघना हत्याकाण्ड: लुट का प्रयास या रंजिशन हत्या

शिवपुरी। पिछले 2 दिन पूर्व पिछोर में व्यापारी के घर में घुसकर उसकी पत्नि को गोली मारकर भाग जाने वाले हत्यारों का 24 घंटे गुजरजाने के बाद भी पुलिस पता नहीं लगा पाई है। पुलिस की जांच इस हत्याकाण्डं के हर ऐगिंल से कर  रही हे कि हर वारदात लुट का प्रयास थी या रंजिशन हत्या।

इस मामले में जिला एसपी मों.यूसूफ कुरैर्शी ने  यह अंदेशा व्यक्त किया है कि संभवत: हत्या के पीछे पुरानी दुश्मनी भी एक वजह हो सकती है।  पिछोर मेघना हत्याकांड में पुलिस इस तथ्य की पड़ताल कर रही है कि हत्या के पीछे कारण क्या था प्रथम दृष्टया यह हत्या लुट का उद्देशय लग रही थी परन्तु जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे जा रही है यह वारदात रंजिशन हत्या भी हो सकती है।

जैसा की मृतक महिला मेघना की 7 वर्षीय पुत्री मेघना ने पुलिस को बयान दिए है कि दूसरी मंजिल पर एक आरोपी सबसे पहले सीढिया चढकर घर पर आया और मां से पूछा कि पापा कहां है इतने दो आरोपी भी ऊपर आ गए और दोनो आरोपियो ने बच्चो को भी टारगेट पर ले लिया

फिर लाल शर्ट वाले आरोपी ने महिला में झुमाझटकी शुरू हो गई और इस आरोपी ने महिला को गोली मार दी गोली भी गोली भी आरोपी ने ऐसी जगह मारी जहां एक गोली में ही किसी भी आदमी का काम तमाम हो जाए और ऐसा हुआ भी।

अगर ये मेद्यना के हत्यारे लुट करने के उद्देशय से घर में घुसे होते तो महिला को गोली मारकर बच्चो को आसानी से काबू में लेकर घर पर लुटपाट कर सकते थे परन्तु ऐसा कुछ भी नही आए पूछा और सीधा पिनपोंईट गोली मार दी।

मेद्यना की पुत्री ने पुलिस को यह भी बताया है कि हल्की ढाडी मुछ वाला आरोपी एक बार घर भी आया है वह उसे पहचान भी सकती है। कुलमिलाकर यहां टारगेट हत्या का है या लुट का नही।

इस हत्याकाण्ड का पर्दाफाश करने और आरोपियो को पकडने के लिए एसपी ने एडिश्रल एसपी आलोक कुमार सिंह के नेतृत्व मेें एक स्पेशल टीम का गठन कर दिया है।

टीम हर छोटी-बड़ी सूचना और स्पॉट इन्वेस्टीगेशन में मिले तथ्यों के आधार पर जांच तेजी से बढ़ रही है। इस मामले में पीडि़त पक्ष ने आईजी आदर्श कटियार और एडिश्रल एसपी को आरोपियों को पकडऩे के लिये ज्ञापन दिया है।