वर्दी का ट्रेलर: बस मेे बैठने को सीट नही मिली तो कूटा बस स्टॉफ को

शिवपुरी। पुलिस की वर्दी का रौब झाड़कर एक बस चालक व परिचालक के साथ पुलिस आरक्षक पुलिस थाना अमोला स्टाफ के साथ मिलकर मारपीट कर दी, इसके अलावा जब पीडि़त चालक-परिचालक ने पुलिस को अपनी व्यथा सुनाई तो बजाए इसके सुनने के उन्होंने उल्टा बस पर ही 1000 रूपये की चलानात्मक कार्यवाही और कर डाली।

पुलिस की इस तरह हठधर्मिता और बस के स्टाफ के साथ हुई मारपीट को लेकर बस संचालक ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत कर उचित कार्यवाही की मांग की है।

एसपी को सौंपे शिकायती आवेदन में सपना टे्रवल्स के बस संचालक जय सिंह रावत ने बताया कि उसकी बस क्रमांक एम पी 33 पी 0575 प्रतिदिन अपने निर्धारित रूट चंदेरी से शिवपुरी के लिए चलती है। गुरूवार के रोज भी जब बस दोप.11:55 पिछोर से चली तो इसमें पिछोर थाने में पदस्थ आरक्षक विशाल भार्गव नाम का सिपाही बस में सवार हुआ।

इसी दौरान उसने बस परिचालक पुष्पेन्द्र पुत्र ज्ञान सिंह यादव निवासी ककरौटा तहसील पिछोर से सीट मांगी। लेकिन बस में सीट नहीं मिली तो जबरन आरक्षक ने एक अन्य सवारी को उठाकर उस पर पुलिसिया रौब झाड़ा और बैठ गया। इसके बाद जैसे ही बस अमोला थाने के निकट आई तो बस चालक अरविन्द्र पुत्र बैजनाथ झा निवासी ग्राम भगवा तहसील पिछोर व परिचालक पुष्पेन्द्र को बस से उतरवा लिया और पुलिस थाना स्टाफ को भी बुलाया।

जिस पर बस परिचालक और चालक की सुनवाई करने के बजाए यहां पुलिस थाना अमोला स्टाफ ने अपने ही पुलिसकर्मी साथी आरक्षक विशाल भार्गव का साथ दिया और पुलिस आरक्षक विशाल भार्गव ने अमोला थाना स्टाफ के साथ चालक और परिचालक के साथ लात-घूसों से जमकर मारपीट की।

इसके बाद भी पुलिस थाना अमोला के स्टाफ ने अपनी खुन्नस निकालते हुए अकारण ही बस की गति तेज बताते हुए 1000 रूपये का जबरन चालान भी काट दिया। इस मामले की जानकारी जब बस संचालक जय सिंह रावत को लगी तो उन्होंने पुलिस आरक्षक की इस तरह हठधर्मिता को लेकर पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत कर मामले की निष्पक्ष जांच और  दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की।

इनका कहना है
आरक्षक के विरूद्ध शिकायत मिली है हम मामले की जांच कराऐंगें, जिसमें दोषी पाए जाने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा भले ही वो पुलिस वाला ही क्यों ना हो।
मोह मद युसूफ कुर्रेशी
पुलिस अधीक्षक , शिवपुरी