शिवपुरी। शिवपुरी में चातुर्मास करने पधारीं साध्वी शुभंकराश्रीजी ठाणा दो द्वारा भक्तामर पाठ की गाथाओं के साथ अभिषेक कराया जा रहा है। प्रतिदिन चार गाथाएं 27 बार बोलकर अभिषेक करने का आज दूसरा दिन था।
भक्तामर पाठ की पांचवी गाथा में सरस्वती पूजन का विशेष उल्लेख है और इसी के चलते आज बच्चों को विशेष रूप से बुलाया गया। सभी बच्चों ने मिलकर भक्तामर पाठ तो पढ़ा ही, साथ ही सरस्वती जी की मूर्ति का जल अभिषेक भी किया।
जैन श्वेता बर मंदिर पर छत्तीसगढ़ शिरोमणी मनोहरश्रीजी म.सा. की सुशिष्या नवकार जपेश्वरी साध्वी शुभंकराश्रीजी, धर्मोदया श्रीजी, दयोदयाश्रीजी म.सा. का चातुर्मास चल रहा है। प्रतिदिन प्रवचनों के साथ-साथ मंदिर में पूजन विधि एवं भक्तामर पाठ का विस्तृत वर्णन शुभंकराश्रीजी द्वारा सुनाया जा रहा है।
विगत दिवस से शुरू हुए भक्तामर संपूट अभिषेक के आज दूसरे दिन भक्तामर की अगली चार गाथाओं का वर्णन किया गया। 27 बार गाथाएं बोलने के पश्चात मंत्रोच्चारण कर सरस्वती जी की प्रतिमा पर जल चढ़ाया गया।
इन चार गाथाओं में सरस्वती पूजन का विशेष वर्णन किया गया। आज भक्तामर पाठ के बाद 18 अगस्त से होने वाले नवकार दरबार का भूमिपूजन भी किया गया। भूमिपूजन का लाभ टोकन द्वारा कृष्णचंद जी नाहटा परिवार को मिला।
प्रतिदिन चल रहे इस भक्तामर संपूट अभिषेक में समाज के सभी स्त्री, पुरूष एवं बच्चे उपस्थित होकर धर्मलाभ ले रहे हैं।
