मढरका गांव बना टापू: एक दर्जन बीमार, प्रशासन नीद में

शिवपुरी। पोहरी तहसील के देवरकंला पंचायत के अतंग्रत आने वाला मढरका गांव इस समय टापू बन गया है बताया जा रहा है कि इस गांव के लोगो का चारों ओर से संपर्क टूट गया है भारी बारिश के चलते पार्वती नदी उफन रही है और गांव के जाने वाले रास्ते पर पुल निर्माण की बजह से यह हुआ है।

गौरतलब है कि पचीपुरा तालाब निर्माण के समय मढरका गांव के ग्रामवासियों ने अपनी आवागमन सुविधा के लिए निर्माण एजेंसी जल संसाधन विभाग और मौके पर मौजूद प्रशासन के आला अधिकारियों के सामने ऐनपुरा-मढरका के बीच पडऩे वाली नदी पर पुल निर्माण कराए जाने की मांग की थी।

जिस पर मौके पर मौजूद अधिकारियों ने ग्रामवासियों की आवागमन सुविधा की समुचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया था। लेकिन तालाब निर्माण के बाद जि मेदार अधिकारियों द्वारा गांव वालों की आवागमन सुविधा पर ध्यान नहीं दिया गया। नतीजाए मढरका गांव के ग्रामीण रोजाना जान हथेली पर लेकर ऐनपुरा-मढरका के बीच बहने वाली पार्वती नदी को रस्सी और ट्यूब के सहारे पार करने को विवश हो रहे हैं।

तीन तरफ के पानी से घिरा है मढरका गांव
मढरका गांव रविवार को हुई तेज बारिश के बाद समीप से गुजरी पार्वती नदी और पास के नाले में आए पानी से तीन साइडों से घिर गया है। गांव के आने-जाने वाले मार्ग में पांच फीट के लगभग पानी भरा है।

जिससे गांव वालों को आने जाने में परेशानी हो रही है। मार्ग में लगातार पानी बढने से समीपवर्ती रोड किनारे वाले गांव ऐनपुरा, देवरी, मकरीजरा, भटनावर, दुल्हारा आदि से गांव का संपर्क पूरी तरह से टूट गया हैए जिसे लेकर ग्रामवासी परेशान हो रहे हैं।
                       
बीमार लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए रास्ता नहीं
पिछले एक पखबाडे से गांव में रुक-रुक हो रही बारिश के बाद से गांव में करीब दर्जन भर ग्रामीण पुरुषए महिलाएं तथा बच्चे वायरल फ ीवर से पीडि़त हैं। परंतु के रास्ते में पानी भरा होने से उनका इलाज नहीं हो पा रहा। ग्रामीण महिला दक्खो बघेल, खुशबू जाटव, गौरव पाल, त्रिवेणी बघेल, कलावती, विद्याराम बघेल आदि की बीमारी बड रही है।

जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाने में लोगों को परेशानी हो रही है। ग्रामवासियों ने बताया कि गांव के रास्ते में पानी आ जाने से मंगलवार की सुबह गांव की एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए खटिया पर लिटाकर ले जाने को विवश होना पडा।