यशोधरा ने कहा: मुझ पर रखे भरोसा, आंदोलन से क्या होगा

शिवपुरी। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने पुन: स्पष्ट किया कि उनके वायदे के अनुरूप शिवपुरी में सिंध का पानी छह माह की अवधि में आ जाएगा। योजना में जो-जो बाधाएं थीं वह लगातार दूर हो रही हैं और दोशियान कंपनी अगले सप्ताह से पूरी तेजी के साथ काम शुरू कर देगी।

सीवेज प्रोजेक्ट के कारण जीर्णशीर्ण हुई सड़कें जैसे ही पीएचई से पीडब्ल्यूडी को हस्तांतरित होंगी वैसे ही सड़क निर्माण का काम भी शुरू कर दिया जाएगा।

यशोधरा राजे ने एक सवाल के जबाव में कहा कि उन पर भरोसा रखा जाये। वह सिंध जलावर्धन योजना के क्रियान्वयन के लिए पूरी तरह से दृढ़ प्रतिज्ञ हैं। योजना के सुचारू संचालन में वन विभाग, पर्यावरण, एनएचईआई आदि की बाधांए हैं जो धीरे-धीरे दूर हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में नेशनल पार्क की मंजूरी के लिए शासन ने मामला फास्ट ट्रेक में रखे जाने के लिए लगाया था लेकिन इसकी अनुमति नहीं मिली है परंतु सुप्रीम कोर्ट की अनुमति मिले उसके पहले अन्य काम पूर्ण कर लिए जाएंगे। सिंध जलावर्धन योजना का काम दोशियान कंपनी ही करेगी और इस कंपनी से नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव विवेक अग्रवाल समन्वय बना रहे हैं।

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर 26 अगस्त को शिवपुरी आ रहे हैं। वह कोशिश कर रहीं हैं कि उनके शिवपुरी आगमन पर वन, पर्यावरण में आ रहीं बाधाओं पर उनसे चर्चा कर लीं जाये।

शिवपुरी में जीर्णशीर्ण सड़कों के निर्माण के संबंध में पूछे गये सवाल पर यशोधरा राजे ने कहा कि एमओयू के अनुसार पीडब्ल्यूडी ने पीएचई को सीवेज पाइप लाइन डालने हेतु सड़कें सौंपी थीं और एमओयू के अनुसार पाइप लाइन डालने के बाद उक्त सड़कों को उसी तरह दुरूस्त कर पीडब्ल्यूडी को दी जानी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा।

अत: शासन ने कहा है कि बिना दुरूस्ती के सड़कें पीडब्ल्यूडी को दी जाएं और जैसे ही वे पांच सड़कें  पीडब्ल्यूडी को दी जाएंगी उनका निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।

आंदोलन से काम में विलंब होता है
एक सवाल के जबाव में यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि  आंदोलन से काम में विघ्न ही होता है। जब मैं काम कर रहीं हूं तो फिर आंदोलन की जरूरत क्या है। इसके बाद भी यदि जल आंदोलन छेड़ा जाता है तो वह क्या कर सकती हैं। मैं तो अपने काम में लगी हूं।

मानव सेवा की भलाई में जितना संभव है मैं करती हूं
पत्रकारवार्ता में यशोधरा राजे से यह सवाल पूछा गया था कि स्वास्थ्य शिविर आयोजित करना क्या यह नहीं दर्शाता कि शिवपुरी में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जबाव दिया कि दृष्टिकोण सकारात्मक रखा जाना चाहिए। मेरा जबाव यह है कि जितना संभव हो उतना मानवीय कार्य किया जाना चाहिए और इसी भावना के अनुरूप मैंने अपने एनजीओ के माध्यम से स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया है।