रेपपीड़िता का अपहरण कर गर्भपात: सीडब्ल्यूसी की न्यायालय ने लिखा एसपी को पत्र

शिवपुरी। बैराड क्षेत्र के ग्राम मरौरा में खालसा में 14 वर्षीय दलित बालिका का डरा धमका कर कई बार बलात्कार करने और नाबालिग के गर्भवती हो जाने पर उसका अपहरण कर उसके गर्भपात कराने के मामले में सीडब्ल्यूसी की न्यायालय पीठ ने एसपी शिवुपरी को पत्र लिखा है।

बताया गया है कि बालकल्याण बोर्ड के अधिकारियों ने पीडि़ता का मेडिकल चैकअप सरकारी अस्पताल में कराया था उसकी रिर्पोट बालकल्याण बोर्ड को सरकारी अस्पताल प्रंबधन ने दे दी है। रिर्पोट में बताया गया है कि उक्त नाबालिग बालिका समान्य है और उसका गर्भपात करा दिया गया है।

इस रिर्पोट के आने पर बालकल्याण बोर्ड के सदस्यो और अधिकारियों ने मीटिग़ं कर बोर्ड न्यायालय ने नाबालिग के अपरहण और गर्भपात कराने के दोषियो पर अपराधिक मामला दर्ज कराने के लिए एसपी को पत्र लिखा है।

विदित हो कि गत जुलाई के प्रथम सप्ताह में मारौरा खालसा निवासी एक दलित परिवार अपनी 14 वर्षीय बेटी को सरकारी अस्पताल में अपनी नाबालिग बेटी का गर्भपात कराने लेकर आए डॉक्टर नीरजा ने उसका परिक्षण किया और गर्भ को 20 सप्ताह से ज्यादा होने के कारण गर्भपात का मना कर दिया चूकि मामला नाबालिक और अविवाहित युवती का था तो इस मामले की सूचना अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को दी।

परिजनो को इस बात की भनक लग गई कि मामला पुलिस तक पहुचं चुका है तो वह परिवार अपनी नाबालिग बेटी को लेकर अस्पताल से भाग गए। लेकिन बात मिडिया तक पहुंच चुकी थी और इस मामले ने तुल पकड लिया।

बैराड पुलिस ने अस्पताल में लिखे पत्ते पर जानकारी ली और तो यह मामला बलात्कार में तब्दील हो गया पुलिस ने नाबालिग के बलात्कार के आरोप में गांव के की छोटू उम्र 19 वर्ष पुत्र साधु पुरी गोस्वामी को आरोपी बनाया गया और उसे गिर तार कर जेल भेज दिया गया।

जानकारी अभी जो मिल रही है कि अपने बलात्कारी बेटे के बलात्कार का सबुत मिटाने साधुपुरी गोस्वामी ने इस नाबालिग को पिता की गैरमोजुदगी में घर से इस नाबालिग को घर से सुबह उठा लिया और किसी स्थान पर ले गए और इस पीडि़ता का गर्भपात करा दिया और और शाम को बेहोशी की अवस्था में घर फैक गए।

इस मामाले में बालकल्याण बोर्ड ने पीडि़ता का मेडिकल चैकअप कराया तो रिर्पोट समान्य आई है इस कारण बालकल्याण बोर्ड की न्यायालय पीठ ने एसपी को पत्र लिखकर पीडि़ता का अपहरण करने और जबरिया गर्भपात कराने वाले दोषियो के खिलाफ अपहरण और जबरिया गर्भपात कराने के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए लिखा है।