डॉ.प्रियंका बंसल ने जिंदा बालक को मृत घोषित किया

शिवपुरी। खबर आ रही है कि जिला अस्पताल मे पदस्थ महिला डॉ. प्रियंका बंसल की गंभीर चूक के कारण एक मां का लाल जिंदा दफन हो जाता। पर कहा गया है कि मारने वाले से बचाने बाला बड़ा होता है। नवजात के एकाउंट में जिंदगी अभी बाकी थी इस कारण डॉ.द्वारा मृत घोषित नवजात को दफनाते समय वह रो पडा।

जानकारी के अनुसार करैरा तहसील के ग्राम रामगदाई में रहने वाली कल्पना रावत उम्र 23 वर्ष पत्नि गजानान रावत को शनिवार की रात प्रसव पीड़ा हुई इस कारण उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

बताया गया है कि कल्पना रावत को शनिवार की रात के सुरक्षित प्रसव हो गया और उसे लड़का हुआ लेकिन वह बहुत कमजोर था और उसका वजन 500 ग्राम था। कमजोर होने के कारण उसकी नब्ज सही नही चल रही थी और रविवार की रात इस नवजात को  डॉ. प्रियका बंसल ने मृत घोषित कर दिया।

अपने कलेजे के टुकडे को मृत मानकर मां और उसका पिता सहित अन्य परिजन अपने गांव पहुंचे और इस डॉ.द्ववारा मृत नवजात शिशु को दफनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। परिजनो ने इस शिशु का दफन करने के लिए गढडा भी खोद लिया।

लेकिन कहां गया है कि मारने वाले से बचाने वाला बडा होता है यह कहावत सत्य हो गई कि इस मृत शिशु को दफनाने के चंद ल हे पूर्व ही नवजात के शरीर में हलचल होने लगी। और वह रोने लगा।

नवजात के रोने लगा और परिजन खुश हो गए भागे-भागे शिवपुरी जिला अस्पताल में लेकर आए जहां डॉक्टरो ने उसका पुन:चेकअप किया और उसे एनआईसीयू में वेलिटेंनर पर रखा गया है।