डॉ.प्रियंका बसंल और डॉ. मोना गुप्ता पर मामला दर्ज करने की मांग

शिवपुरी। जिला बार एसोसिएशन के सचिव सुरेश धाकड ने जिला अस्पताल की एक महिला डॉक्टर के खिलाफ शिकायत करते हुए कलेक्टर से मामला दर्ज करने की मांग की है।

एडवोकेट का कहना है कि जिला अस्पताल में डॉक्टर प्रियंका बंसल द्वारा किया गया कृत्य बाकई में हैरतपूर्ण है, जिसमें महिला डॉक्टरों ने करैरा के ग्राम रामगधाई की एक प्रसूता के बच्चे को मृत घोषित कर परिजनों को सौंप दिया, जबकि शिशु को दफनाते समय वह रोने लगा।

एडवोकेट सुरेश धाकड ने कलेक्टर से की गई शिकायत में उल्लेख किया कि जिला अस्पताल में हो रहीं अनियमितताओं पर अब जनमानस का डॉक्टरों से विश्वास हटता जा रहा है। एडवोकेट का कहना है कि 4 अगस्त को अस्पताल में हुई एक हैरत अंगेज घटना से समूचा शहर दुखी है।

यहां जिला अस्पताल में करैरा ब्लॉक के ग्राम रामगधाई निवासी कल्पना पत्नी गजानाथ रावत ने एक बच्चे को जन्म दिया था और जब नवजात ने दुनिया में अपना पहला कदम रखा, तभी चिकित्सा ज्ञान से अनभिज्ञ डॉ.प्रियंका बंसल ने उसे मृत घोषित कर परिजनों को सौंप दिया।

जब परिजन दफनाने पहुंचे तो शिशु ने रोना शुरू कर दिया, लेकिन जिंदा शिशु को मृत घोषित करने वाली डॉ. प्रियंका ने घटना को ईश्वर का चमत्कार बता दिया इसी तरह 6 अगस्त को डॉ. मोना गुप्ता एक महिला को डिलेवरी के लिए सीजर आॅपरेशन कराने की बात कहती रही लेकिन तभी महिला ने सामान्य रूप से स्वस्थ्य शिशु को जन्म दे दिया। एडवोकेट ने कलेक्टर से दोषी महिला चिकित्सकों को निलंबित कर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।