शिवपुरी। पिछोर में विगत 11 अगस्त को दिन दहाड़े एक गल्ला व्यापारी की पत्नी मेघना हत्याकाण्ड को पुलिस ने ट्रेस कर लिया है। बताया गया है कि यह हत्या केवल लूट के उद्देश्य से की गई थी और इसके लिए झांसी से भाड़े के शूटर बुलाए गए थे।
पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी शिवपुरी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि इस हत्याकाण्ड का उद्देश्य सिर्फ लूट करना ही था। इस हत्याकाण्ड को 8 आरोपियो ने मिलकर अंजाम दिया है जिसमें से 3 आरोपी पिछोर के है और बाकी 5 आरोपी झांसी उप्र के है।
पकडे गए आरोपियो से पूछताछ की तो उन्होने बताया कि पूर्व में किसी ओर के यहां लूटपाट करने की योजना बनाई थी उस घर में काम चलने के कारण मजदूरो की संख्या ज्यादा होने के कारण वहां घटना कारित नही की।
फिर व्यापारी मैथलीशरण के घर रैकी की और 3 आरोपी मैथलीशरण गुप्ता के घर मोटरसाईकिल से पहुचें और 3 आरोपी जीना चढकर ऊपर की मंजिल पर पहुंचे और मेघना से पूछा कि भाई साहब कहा है उसने जबाव दिया कि नही है।
एक आरोपी नीरज पाल ने मेघना गुप्ता के गले पर कट्टा अड़ा दिया बाकी दोनो बदमाशों ने दोनो बच्चो पर चाकू अडा दिया, बच्चों पर चाकू अडा देख मेघना से देखा नही गया और चिल्लाने लगी और कट्टा छिनने का प्रयास किया। तभी आरोपी नीरज पाल ने मेघना पर गोली चला जिससे मेघना की मौके पर ही मौत हो गई।
अचानक हुए इस घटनाक्रम से बदमाश भी घबरा गए और अपनी मोटरसाईकिल से चंदेरी रोड होते हुए बसई तरफ भाग गए।
इस मामले की जांच की लिए एसआईटी की एक टीम एएसपी ने निर्देशन में गठित की थी। इस टीम ने जांच करते हुए मुखबिरो से प्राप्त सूचनाओ के आधार पर इन हत्याकाण्ड का खुलासा हुआ है।
यह आरोपी हुए गिरफ्तार
इस हत्याकाण्ड में 8 आरोपी शामिल थे जिनमें से पुलिस ने 5 दीपक दुबे पिछोर हनीफ खान,सरताज खान झांसी,शाहरूख झांसी और मेघना में गोली मारने वाला नीरज पाल को भी पुलिस ने गिर तार कर लिया है।
इस हत्याकाण्ड मेंं राघवेन्द्र नाई और संतोष पण्डित पिछोर जबकि एक अन्य आरोपी टिंकल उर्फ इकरार पुत्र शब्बीर खांन ने उप्र में अपने आप को आम्र्सएक्ट में गिरफ्तार करवा लिया है।
बताया गया है कि पिछोर के शातिर बदमाश टिंकल, संतोष पंडि़त एंव दीपक दुबे के द्वारा झांसी के अपराधी हनीफ और सरताज के साथ मिलकर पिछोर क्षेत्र में लूटपाट की योजना बनाई थी।
और क्षेत्र में गंभीर वारदातो को अंजाम देने के लिए हनीफ ने झांसी से शूटर नीरज पाल और राघवेन्द्र नाई को बुलाया था तथा सरताज ने शाहरूख को बुलाया था। पुलिस ने इस हत्याकाण्ड में प्रयुक्त होने वाले हथियार और लाल पल्सर को भी बरामद कर लिया है।
