अमोल रजक छात्रों के 20 लाख लेकर फरार, बैराढ पुलिस की गंभीर चूक

शिवपुरी। आज दोपहर में शिवपुरी में चल रही फर्जी डीएड की परीक्षाए संचालित की जा रही थी प्रशासन इस फर्जी परीक्षाकाण्ड का भंडाफोड कर दिया। बताया गया है कि इस फर्जी डीएडएड कराने वाले इस रैकेट ने जिले से 50 लाख रूपए का चूना जिले के छात्रो को लगाया है और इस पूरे रैकेट का मास्टर मांइट श्रीराम इस्टीटूयूट बैराढ का डारेक्टर अमोल रजक जिले के छात्रो के 20 लाख रू का चूना लगाकर फरार हो गया है।

जानकारी के अनुसार बैराढ के हरई गांव के रहना वाला अमोल रजक बैराढ में श्रीराम इंस्टीटूयूट के नाम से फर्जी कॉलेज संचालन पिछले 2 साल से कर रहा था। इस संस्थान में अमोल डीएड,बीएड और अन्य पाठयक्रमो के एडमिशन कर रहा था।

आज से लगभग 8 माह पूर्व बैराढ पुलिस पर डीएड के नाम से फीस लेने और पूरे भारत के किसी भी कॉलेज में डीएड का एडमिशन न मिलने और इस डीएड के नाम पर फीस न वापस करने का पहला आवेदन इस अमोल रजक के खिलाफ आया था।

परन्तु बैराढ पुलिस ने इस आवेदन पर कोई कार्यवाही नही की अभी तक इस अमोल रजक के खिलाफ
बैराढ पुलिस पर इस फर्जी तरह से डीएड कराने के 3 मामले आ चुके है परन्तु बैराढ पुलिस ने आज तक कोई कार्यवाही नही की है।


बताया जा रहा है कि अमोल रजक ने अपने क्षेत्र के साथ-साथ पूरे जिले के सैकडो छात्रो से डीएड कराने के नाम पर 1 लाख रूपए प्रत्येक छात्र से वसूले है।

जैसा की विदित हो गया है कि आज प्रशासन ने डीएड की परिक्षा संचालित करा रहे भारतीयम विद्यालय पर छापामार कर इस फर्जी डीएड परीक्षा काण्ड का  भंडाफोड किया है उसमें सबसे अधिक छात्र अमोल रजक के ही है।

आज शिवपुरी कलेक्टर ने भी भारतीयम विद्यालय के संचालक प्रमोद शर्मा ,वैष्णवी संस्थान के संचालक नितिन शर्मा और श्रीराम इंस्टीटूयूट के डारेक्टर अमोल रजक पर फर्जी डीएड की परिक्षा संचालित कराने के आरोप में कार्यवाही के आदेश दिए है।

ाबर यह आ रही है कि कल अमोल रजक के खिलाफ जिले के कई छात्र डीएड के नाम पर ठगी करने के और मामले एसपी ऑफिस पहुचं सकते है। कुल मिलाकर बैराढ पुलिस अमोल रजक के खिलाफ पहले आवेदन पर  कार्यवाही कर देती तो शायद तो डीएड के नाम पर इतना फर्जीवाडा नही होता।

अब अमोल रजक अपना संस्थान को बंद कर फरार हो गया है। उसका मोबाईल भी बंद आ रहा है और सैकडो छात्र उसके संस्थान के चक्कर लगा रहे है।