शिवपुरी/करैरा। देश की रक्षा और कठिन परिश्रम के बाद आज यह 328 नव आरक्षक आईटीबीपी बल में शामिल होकर देश की सुरक्षा संप्रभुता के लिए तैयार हुए है निश्चित रूप से हमें इन पर गर्व है और देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर यह अपनी कर्तव्यपरायता का परिचय देंगें, ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है।
उत्तराखण्ड में आई विपदा में 3 हजार लोगों की जानें आईटीबीपी के हिमवीरों ने बचाई, पहाडिय़ों और बॉर्डर पर देश की रक्षा करने वाला हरेक जवान इस बल में शामिल होकर गौरान्वित महसूस करता है।
उक्त विचार प्रकट किए पद्मश्री पुरूस्कार से अलंकृत हरभजन सिंह, महानिरीक्षक, प्रशिक्षण परिक्षेत्र मु यालय,भा.ति.सी.पुलिस बल ने जो स्थानीय करैरा स्थित रिक्रूट ट्रेनिंग के प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद आयोजित दीक्षांत (शपथ ग्रहण) समारोह में मु य अतिथि की आसंदी से मौजूद थे।
समारोह में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के प्रषिक्षु प्रषिक्षण केन्द्र में 328 नव आरक्षक देष के संविधान, संप्रभुता एवं अखण्डता की रक्षा करने की शपथ खाकर एक पूर्ण सैनिक का दर्जा प्राप्त कर बल की मु य धारा में शामिल हो गये।
इस दौरान आई.जी. हरभजन सिंह ने नव-आरक्षको द्वारा की गई इस शानदार परेड की सराहना की तथा केन्द्र के प्रमुख रमा कान्त शर्मा, डी.आई.जी. एवं स्टाफ को बधाई दी जिनके कठिन परिश्रम से यह परेड सफ लता पूर्वक संपन्न हुई।
समारोह में आरटीसी करैरा के प्रमुख रमाकान्त शर्मा (डी.आई.जी.) ने कहा कि इन प्रशिक्षुओं को 24 सप्ताह का कड़ा प्रशिक्षण, बैटल क्रा ट, हथियार, फ ील्ड क्रा ट, मैप रीडिगं, प्रतिविद्रोहिता, ड्रिल, रॉक क्लाईमिंग, जूडो कराते, सामान्य ज्ञान, वन मिनट ड्रिल, आपदा प्रबन्धन एवं क प्यूटर में दिया गया है।
कठिन प्रशिक्षण की भट्टी में तपकर ही ये प्रशिक्षणार्थी कुन्दन बने है। समारोह को चिरस्मरणीय बनाने के लिए रमा कान्त शर्मा, डीआई.जी. द्वारा मु य अतिथि को एक स्मृति चिन्ह भेट किया गया।
उत्कृष्ट सेवा के लिए यह पुरूस्कृत
आई.जी. हरभजन सिंह द्वारा प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्रो में सर्वोत्तम आंके गये प्रशिक्षणार्थियों को उत्साह वर्धन हेतु पुरस्कृत किया गया। है.का./सी.एम. बलविन्द्र सिंह, 53वीं वाहिनी को सर्वोत्तम प्रषिक्षणार्थी, है.का./आर.ओ.प्रदीप सिंह, 31वीं वाहिनी को अचूक निशाना भेद कर फ ायरिगं में प्रथम स्थान व शारीरिक प्रशिक्षण में इतिहास रामा, क्षे.मु., हथियार प्रशिक्षण में राहुल कुमार, 9वीं वाहिनी, तथा ड्रिल में अमित कुमार, 27वीं वाहिनी द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षणार्थी का खिताब जीता गया।