शिवपुरी। शिवपुरी में लगभग 125 वर्ष पूर्व निर्मित श्री चिंतामणी पाश्र्वनाथ भगवान मंदिर का 25 वां ध्वजारोहण समारोह आज धूमधाम और उत्साहपूर्वक सानंद संपन्न हुआ।
जिनालय की 25 वीं ध्वजा मोहब्बतराज प्रेमराज धारीवाल परिवार द्वारा शासनरत्न मनोजकुमार हरण के मार्गदर्शन में आज दोपहर 12 बजे धूमधाम से चढ़ाई गई। इस अवसर पर मोतीलाल हेमचंद भंसाली परिवार द्वारा दादाबाड़ी पर भी ध्वजा चढ़ाई गई।
ध्वजारोहण के पूर्व नगर के प्रमुख मार्गों से भव्य रथयात्रा निकली जिसका स्थान स्थान पर स्वागत किया गया। रथयात्रा के पश्चात पाश्र्वनाथ जैन मंदिर पर सत्तरभेदी पूजा संपन्न हुई।
जिसमें जैन धर्माबल बी स्त्री, पुरूष और बच्चे बड़ी सं या में उपस्थित थे। ध्वजारोहण समारोह का यह 25 वां वर्ष था इस कारण यह समारोह अनूठा और अद्वितीय बन गया था।
शिवपुरी में कोर्ट रोड पर स्थित श्री चिंतामणी पाश्र्वनाथ भगवान के मंदिर की प्रतिष्ठा 125 वर्ष पूर्व हुई थी। मंदिर में भगवान पाश्र्वनाथ की श्याम मूर्ति मूलनायक के रूप में प्रतिष्ठित है।
समय-समय पर मंदिर पर में शिखरादि का जीर्णोद्धार कार्य संपन्न हुआ और आज से 25 वर्ष पूर्व मूलनायक श्री चिंतामणी पाश्र्वनाथ आदि जिनबि बों की पुन: प्रतिष्ठा मनोज कुमार हरण के हस्ते धूमधाम से संपन्न हुई थी तभी से प्रतिवर्ष पाश्र्वनाथ मंदिर में ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया जाता है जिसमें समाज का एक परिवार लाभार्थी होता है।
कहा जाता है कि जब से ध्वजारोहण समारोह प्रारंभ हुआ तब से संघ में आनंद है। इस वर्ष का ध्वजारोहण समारोह साध्वी शुभंकराश्रीजी, साध्वी धर्मोदयाश्रीजी, साध्वी दयोदयाश्रीजी मसा के चातुर्मास के कारण आकर्षक बन गया है।
पांच दिन तक चलने वाले ध्वजारोह समारोह का आज चौथा और महत्वपूर्ण दिन है। सुबह 9 बजे से पाश्र्वनाथ मंदिर से ध्वजारोहण का भव्य वरघोड़ा (रथयात्रा जुलूस) प्रारंभ हुआ जिसमें चांदी के रथ पर भगवान पाश्र्वनाथ की प्रतिमा विराजमान थी और चातुर्मास कर रहीं जैन साध्वियां भी रथयात्रा जुलूस के साथ चल रहीं थीं।
जुलूस में बड़ी सं या में स्त्री और पुरूष भी मौजूद थे जो रथयात्रा के मार्ग में स्थान स्थान पर अपने भक्तिभाव को अभिव्यक्त कर रहे थे। नगर के प्रमुख मार्गों से गुजरता हुआ रथयात्रा जुलूस पाश्र्वनाथ जैन मंदिर पर सुबह साढ़े 10 बजे पहुंचा।
इसके पश्चात जिनालय में सत्तरभेदी पूजा प्रारंभ हुई और ठीक 12.36 मिनट पर धारीवाल परिवार ने जिन मंदिर पर ध्वजा मंत्रोच्चार के बीच चढ़ा दी।
ध्वजारोहण समारोह के अंतिम दिन 22 जुलाई को दादावाड़ी पर सुबह 9.30 बजे से ध्वजारोहण के निमित्त दादा गुरूदेव का अभिषेक एवं बड़ीपूजन का आयोजन किया जायेगा। ध्वजारोहण समारोह में देश के अनेक शहरों से श्रद्धालु आयोजन में शामिल होने के लिए आये हैं।