ब्राह्मण सम्मेलन में हरिबल्लभ की बैंड बजा गए समधी सा

शिवपुरी। सर्व ब्राह्मण समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन की पूर्व संध्या पर आयोजित सम्मान समारोह राजनीतिक अखाडा बन गया  मुख्य अतिथि बसपा विधायक बलवीर सिंह दण्डौतिया ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधायक हरिबल्लभ शुक्ला पर करारा निशाना साधा।

उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि श्री शुक्ला कभी समाज के काम नहीं आते, लेकिन तेज तर्रार नेता होने के कारण समाज उनसे आतंकित रहता है। इसके पूर्व हरिबल्लभ शुक्ला ने समाज और मुख्य अतिथि दण्डौतिया की तारीफ के कसीदे काढे। बकौल हरिबल्लभ, दण्डौतिया जी मेरे बड़े भाई कहो या समधी हैं।

मैं समाज के लिए झाडू भी लगाने को तैयार हूं। कार्यक्रम में श्री दण्डौतिया के तेवर से पूरे माहौल में सनसनी फैल गई और श्री शुक्ला के पुत्र तो कार्यक्रम के बीच में से ही उठकर चले गये। सम्मान समारोह में विधायक बलवीर सिंह दण्डौतिया ने खरी-खरी बात कहने में कोई संकोच नहीं किया।

उन्होंने बड़ी साफ गोई से कहा कि ब्राह्मण समाज आज पिछड़ा हुआ है तो इसके लिए समाज के बड़े पदों पर बैठे समाज के व्यक्ति और नेता जिम्मेदार हैं। ऐसे लोग समाज का भरपूर दोहन करते हैं और समाज के वोटों के बलबूते चुनाव जीतते हैं,लेकिन उसके बाद समाज को भूल जाते हैं।

यहां तक कि समाज के कार्यक्रमों में भी वह नहीं आते। वे दलित के कार्यक्रमों में तो शिरकत करने पहुंच जाते हैं, लेकिन समाज के कार्यक्रमों से कन्नी काट जाते हैं ताकि उन पर जातिवाद को बढ़ावा देने का आरोप न लग जाये।

श्री दण्डौतिया ने कहा कि मैं भले ही बसपा का विधायक हूं, लेकिन इसके पहले मैं ब्राह्मण हूं और अपने ब्राह्मण होने पर मुझे गर्व है। ब्राह्मणों की लड़ाई मैं पूरी दमदारी से लड़ता हूं। उन्होंने बताया कि दिमनी क्षत्रियों का गढ़ है, मैं वहां अकेला ब्राह्मण नेता हूं उसके बाद भी समाज के हितों के लिए मैं हमेशा संघर्षरत रहता हूं।

राजनीति से ऊपर मैं समाज को प्राथमिकता देता हूं और समाज को एकजुट करने का कोई मौका नहीं छोड़ता। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मैं बसपा का नेता हूं, लेकिन मुरैना से जब अनूप मिश्रा ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा तो मैंने उनका खुलकर साथ दिया।

मेरे तथा मेरे परिवार के समस्त वोट उन्हें मिले। श्री दण्डौतिया ने समझाइश दी कि जब तक ब्राह्मण सात्विक रहेगा वह राजसत्ता को निर्धारित करने वाला रहेगा, लेकिन सात्विकता से हटते ही उसका सर्वनाश सुनिश्चित है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधायक हरिबल्लभ शुक्ला ने दुख व्यक्त किया कि ब्राह्मण समाज के बड़े-बड़े नेता और मठाधीश समाज के लिए कुछ नहीं करते। राजनीति में ऊंचे पदों पर पहुंचने वाले ब्राह्मण ेनेताओं को समाजहित का प्राथमिकता से ध्यान रखना चाहिए।