व्यापारियों को लड़कियां सप्लाई कर ब्लेकमेल करने वाली आदिवासी महिलाएं अरेस्ट

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शिवपुरी। व्यापारियों को लड़कियां सप्लाई कर उन्हे ब्लेकमेल करने वाली 2 आदिवासी महिलाओं को अरेस्ट किया गया है। दोनों महिलाएं व्यापारियों से खुद भी संबंध बनाती थीं। आदिवासी होने के कारण व्यापारी डर जाते थे और पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए महिलाओं की मांग पूरी किया करते थे। इस महिलाओं के चंगुल में 2 दर्जन से ज्यादा बड़े व्यापारी फंसे हुए हैं।

विदित हो कि 28 मार्च 2015 को कस्बे में थाने के पास किराने की दुकान संचालित करने वाले व्यापारी मुकेश पुत्र नकटूराम कुशवाह उम्र 27 वर्ष निवासी सुनार गली बैराड़ ने जहर खा लिया था और 29 मार्च को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच की।

जिसमें उसके मोबाइल से कॉल डिटेल और उसके मित्रों से पूछताछ में दो आदिवासी महिलाओं हल्की बाई पत्नी राम अवतार आदिवासी और पांचो बाई पत्नी जनवेद आदिवासी के नाम उजागर हुए।

मृतक के मित्रों ने पुलिस को बताया कि आरोपी हल्की बाई ने मृतक मुकेश को अपने चंगुल में फंसा लिया था और उसके साथ कई बार संबंध भी बनाये थे। इसके बाद से ही आरोपी महिला उससे रुपये ऐंठने शुरू कर दिये और वह प्रतिदिन उसकी दुकान पर पहुंचने लगी।

27 मार्च को उक्त महिला मृतक की दुकान पर पहुंची और उससे एक मोटी रकम की मांग करने लगी। जब मृतक ने मना कर दिया तो महिला ने उसे धमकाते हुए कहा कि अगर उसकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह उस पर बलात्कार का मामला दर्ज करा देगी। महिला की धमकी से व्यापारी सदमे में आ गया और उसने 28 मार्च को जहर का सेवन कर लिया जिससे उसकी मौत हो गई।

व्यापारियों को लड़कियां भी सप्लाई करती हैं आरोपी महिलाएं
जांच में खुलासा हुआ है कि उक्त दोनों आरोपी महिलाएं वायदा व्यापार से जुड़े व्यापारियों और कस्बे के प्रतिष्ठित लोगों के यहां लड़कियां सप्लाई करती हैं। जिससे ऐवज में व्यापारियों से उन्हें मोटी रकम प्राप्त होती थी वहीं कई व्यापारियों को दोनों महिलाओं ने फंसा लिया था और उन्हें वह ब्लैकमेल कर अपनी जीविका चला रहीं थीं।

कॉल डिटेल के आधार पर पकडी गई महिलाए
पुलिस का कहना है कि मृतक के संबंध आरोपी महिला से थे और महिला ने उसे अपने जाल में फंसा लिया था और ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी थी जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली।

आत्महत्या के पीछे का कारण परिजनों को ज्ञात था लेकिन बदनामी के डर से उन्होंने पुलिस को कुछ नहीं बताया जिस कारण पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पा रही थी जब उसकी कॉल डिटेल देखी साथ ही उसके मित्रों से पूछा तो उसकी आत्महत्या का कारण स्पष्ट हुआ और दोनों आरोपी महिलाओं की करतूत उजागर हो गईं।

महिलाओ के पकडे जाने से बैराड के व्यापारियों को राहत
महिलाओं के चंगुल में कस्बे के प्रतिष्ठित व्यापारी फंसे हुए थे और वह दोनों महिलाओं से काफी तंग आ चुके थे। यह महिलाएं अपनी बहनों और आसपास की नाबालिग लड़कियों को भी व्यापारियों के सामने परोसती थीं और उनसे मोटी रकम ऐंठती थी यह उनका रोजगार बन गया था लेकिन दोनों महिलाओं के पकड़े जाने से व्यापारियों ने राहत की सांस ली है।

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