जलसंकट: अबैध कनेक्शनो को लेकर दो पार्षदो के बीच जूतमपैजार

शिवपुरी। शिवपुरी में जल संकट इतना अधिक घना हो गया है कि भाजपा के दो पार्षदों के बीच जूतमपैजार की नौबत आ गई। दोनों पार्षदों ने सार्वजनिक रूप से एक दूसरे के साथ खूब गाली गलौंच की। वार्ड क्र. 3 के पार्षद विष्णु राठौर और वार्ड क्र. 32 के पार्षद डॉ. विजय खन्ना के बीच झगड़े का कारण ट्यूबबैल से पानी सप्लाई को लेकर विवाद था।

भाजपा पार्षद विजय खन्ना ने पार्षद विष्णु राठौर पर आरोप लगाया कि ट्यूबबैल से उनके वार्ड सहित 33 नंबर वार्ड में पानी की सप्लाई की जाती है उस ट्यूबबैल से पार्षद विष्णु राठौर अवैध कनेक्शन देकर अपने वार्डवासियों को पेयजल की सप्लाई कर रहे हैं जिससे दोनों वार्डों में पेयजल समस्या उपज गई है।

इसी विवाद के कारण दोनों पार्षदों के बीच फौजदारी हो गई। बाद में नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह, उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा और सीएमओ कमलेश शर्मा ने मध्यस्थता की और विवाद को सुलटाया।

पार्षद विजय खन्ना ने इस संवाददाता को बताया कि वार्ड क्र. 3 के निवासियों द्वारा पार्षद की शह पर ट्यूबबैल से अवैध कनेक्शन कर लिये गये हैं। जहां वार्ड क्र. 3 में रहने वाले बलबहादुर बंसल द्वारा दो हॉसपॉवर की एक मोटर लगा ली गई है जिस कारण अन्य स्थानों पर पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। ऐसी स्थिति में वार्ड 32 के निवासियों ने अपने पार्षद से शिकायत की।

जिस पर पार्षद श्री खन्ना ने मौके पर पहुंचकर उनके कनेक्शन काटने की बात कही जिस पर श्री बंसल बिफर गये और उन्होंने अपने वार्ड के पार्षद विष्णु राठौर को मौके पर बुला लिया। इसी बीच पार्षद विजय खन्ना ने वहां लगी मोटर को फेंक दिया जिस पर विवाद बढ़ गया और दोनों पार्षद आपस में उलझ गये।

दोनों के बीच सार्वजनिक रूप से अभद्र शैली का उपयोग किया गया। दोनों पार्षदों का लड़ता देख वहां बड़ी सं या में भीड़ मौजूद हो गई। इसी बीच नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह, उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा और सीएमओ कमलेश शर्मा को पार्षदों को उलझने की जानकारी मिली तो वह मौके पर पहुंचे जहां दोनों पार्षदों से बारी-बारी से बातचीत की गई और मौके पर ही समस्या का हल निकाला गया।

सीएमओ ने दिये अवैध कनेक्शन काटने के आदेश
सीएमओ ने आदेश दिये कि उक्त ट्यूबबैल की मैन लाइन से सभी अवैध कनेक्शन काटे जायें, साथ ही ट्यूबबैल पर तीन बाल लगाकर चार पंप अडेंटरों को नियुक्त किया और दो-दो घंटे तीनो ंवार्डों में पानी सप्लाई करने के आदेश दिये इसके बाद मामला शांत हुआ।