यह लो शिवुपरी के ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की भी, टांग खीच दी फॉरेस्ट ने

शिवपुरी। शिवपुरी शहर की सभी योजना में पूरे होने में जिले का फॉरेस्ट डिपार्डमेंट दुश्मन बना हुआ है, जलावर्धन, सीवर और अब शहर के ट्रांसपोर्ट नगर बसाने में भी फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने अपत्ति लगा दी और मामला भी कोर्ट में पंहुच चुका है।

शहर में भारी वाहनों की समस्या एक बड़ा खतरा बनी हुई है। इसे दूर करने के लिए बारह वर्ष पूर्व शहर से बाहर ट्रांसपोर्ट नगर का शिलान्यास किया गयाए लेकिन उसमें फ ॉरेस्ट विभाग ने ऐसी आपत्ति लगाई कि वो काम तभी से बंद हो गया।

डीएफ ओ का कहना है कि हमने राजस्व विभाग के साथ संयुक्त सर्वे कर लिया, वो जमीन हमारी है। वहीं मामले को लेकर नगरपालिका न्यायालय में पहुंची, जिसमें अभी तक तारीखें ही मिल रही हैं। ट्रांसपोर्ट नगर का काम इसलिए रोक दिया गया था, क्योंकि वन विभाग की जमीन को बिना ट्रांसफर करवाएए उस पर निर्माण शुरू कर दिया गया।

बारह वर्ष पूर्व तत्कालीन विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने हाईवे पर पुराने टोल के पास ट्रांसपोर्ट नगर का शिलान्यास किया था। उस दौरान किसी विभाग ने कोई आपत्ति नहीं लगाई और नगरपालिका ने लगभग दस लाख रुपए खर्च करके वहां मुरम की सडक भी बिछवा दी थी।

इतना ही नहीं ट्रांसपोर्ट नगर में दुकानें बनने से पहले ही उनका आवंटन भी हो गया था। इस बीच यशोधरा राजे जब ग्वालियर सांसद का चुनाव लडऩे विधायकी छोड़कर गईं, तो उनकी पीठ होते ही वन विभाग ने आपत्ति लगा दी कि हमारे विभाग की जमीन बिना ट्रांसफ र कराए, ट्रांसपोर्ट नगर नहीं बन सकता।

बताया गया है कि इस मामले मे 25 दिन पूर्व तारीख लगी थी,लेकिन न्यायालय के अवकाश होने के कारण वह टल गई। अभी 15 जून तक अवकाश है, इसके बाद लगने वाली तारीखो का इस मामले में फैसला आ सकता है।

संयुक्त सर्वे की रिपोर्ट में हमारी जमीन निकली
ट्रांसपोर्ट नगर वाली जमीन हमारी है और यह बात राजस्व के साथ हुए संयुक्त सर्वे में भी स्पष्ट हो गया। वो रिपोर्ट हमारे पास मौजूद है। नगरपालिका ने न्यायालय में प्रकरण लगाया है, यदि वहां से निर्णय हो जाता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं होगी।
डीके अग्रवाल, डीएफ ओ शिवपुरी