प्रचार-प्रसार के अभाव में दम तोड़ रही अन्नपूर्णा योजना

शिवपुरी। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश की गरीब जनता को दिये जाने राशन पर उसी कारिंदे डाका डाल रहे हैं। बदरवास व कोलारस के अनेक ऐसे गांव हैं जहां पर राशन का वितरण समय पर नहीं किया जाता। इसी के तहत इस माह 7-8 तारीख को राशन वितरित होना था लेकिन कारिंदों की मिलीभगत से पहले ही उस राशन को ठिकाने लगा दिया जाता है और फिर कागजों में लीपा-पोती कर मामले दबाने का प्रयास किया जाता है। ग्राम सेसईखुर्द, धामनटूक, रिजौदा, सेमरी, चंदोरिया सहित लुकवास स्थित लीड संस्था में सेल्समेन की मनमानी इतनी हावी है कि वह शासन के द्वारा गरीबों को दिया जाने वाले राशन पर खुलेआम डाका डाल रहा है।

ग्रामीणों के द्वारा इसकी शिकायत भी की गई मगर खाद्य विभाग के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब ग्रामीण द्वारा बताया गया है कि इस संबंध में खाद्य विभाग व एसडीएम के द्वारा मामले की जांच करवाने की बात की जा रही है। वही कोलारस एसडीएम आरके पांडे ने  का कहना है कि यह तो नियम के विरुद्ध है। बीपीएल एवं एपीएल धारियों को नियमानुसार समय पर राशन मिलना चाहिये यदि इसमे कहीं लेटलतीफी हो रही है तो इस संबंध में संबंधित पर कार्यवाही की जायेगी।

ग्रामीणों को नहीं है जानकारी कब मिलता है राशन
ग्रामीण का कहना है कि हमें इस माह आज तक राशन नहीं मिला जबकि नियमानुसार हमें 7-8 तारीख को राशन मिल जाना चाहिये हमें तो यह जानकारी है कि राशन की दुकान पर राशन की कालाबाजारी की जा रही है इसीलिए राशन नहीं दिया जा रहा है। कई बार हमने सेल्समेन से इस बारे मे कहा भी है तो वह भी यह कह देते हैं राशन आयेगा तब हम बांटेंगे, जबकि कन्ट्रोल के गोदाम की स्थिति कुछ और ही बयां करती दिख रही है।

योजना के क्रियान्वयन पर उठे सवाल
मप्र सरकार के द्वारा बीपीएल व एपीएल धारियों को एक रुपए किलो गेंहू व दो रुपए किलों चावल देने के लिए अन्नपूर्णा योजना चलाई जा रही है, मगर यह योजना सेल्समेनों की मनमर्जी के आगे दम तोड़ती हुई दिखाई दे रही है।

इनका कहना है
बदरवास व कोलारस क्षेत्र मे सेल्समेन द्वारा कालाबाजारी करने की शिकायत मिली है। हम इसकी जांच करवा रहे हैं। इसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
आरके पाण्डे
एसडीएम कोलारस