शिवपुरी। फिजीकल क्षेत्र में पुलिस और प्रशासन ने 11 दिन बाद जनता के विरोध के बाद लाठियो के दम पर खुलवा दिया है,इस शराब की दुकान को खोले जाने का विरोध तो स्थानीय नागरिक भी कर रहे थे,परन्तु इस मामले में एक नया मोड आ गया है नपा सीएमओ ने शराब दुकान संचालक को नोटिस थमा दिया है।
विदित हो कि इस शराब की दुकान को खोले जाने पर पिछले 11 दिनो से जनता विरोध कर रही थी,और इस दुकान को पत्रकार भवन में खोले जाने का भी प्रयास किया था परन्तु नपा ने नियमो के हवाला देते हुए इस दुकान को सील करने की कार्यवाही कर दी थी।
परन्तु प्रशासन ने इस दुकान को फिर से नपा की दुकानो में ही खुलवा दिया है,जिस दिन यह दुकान खुल रही थी,उस दिन भी जनता ने भरी विरोध किय और पुलिस को लाठी चार्ज करना पडा था,नपा के राजस्व अधिकारी सौरव गौड और आबकारी विभाग के अधिकारियों बीच इस शराब की दुकान को खोले जाने को लेकर तीखी बहस हो गई थी नपा के अधिकारियों का कहना था कि यह दुकान नपा के नियमो को ताक पर रखकर प्रशासन लठठो की दम पर खुलवा रहा है हम इस पर कार्यवाही करेंगें।
सोमवार के दिन नपा सीएमओ कमलेश शर्मा ने शराब की दुकान के संचालक को 3 दिन का कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है नोटिस के माध्यम से शराब विक्रेता से पूछा गया है कि नपा की दुकनो में शराब और मांस विक्रय प्रतिबंधित है फिर कैसे इस दुकान में शराब का विक्रय किया जा रहा है।
नोटिस में यह भी पूछा गया है कि नपा की दुकान को मुल आबंटी किसी दूसरे को किराएदार नही बना सकता है तथा दुकान के संचालन से पूर्व अनुबंध स पादित कराना होता है जो इस दुकान में नही कराया गया इन दोनो बिंदुओ के जबाव न आने पर नपा इस दुकान को दुकान को गुरूवार को सील कर सकती है।
कुल मिलाकर यहं दुकान प्रशासन ने नियम विरूद्व और जनता के भारी विरोध के बावजूद पुलिस ने लठठो की दम पर खुलवा दी यहां लोकतंत्र को सडक पर पीटा गया,भारत में कानून जनता के हित में बनाए जाते है यहां इस दुकान को खुलवाने में प्रशासन ने जनता का हित नही बाल्कि रैवन्यू देखा है।
इस शराब के संचालक को नोटिस देकर नपा सीएमओ कमलेश शर्मा ने सीधे-सीधे कलेक्टर के आदेश को चुनोती दी है आखिर कलेक्टर शिवुपरी ने ही इस दुकान को खोले जाने की स्वीकृती दी होगी। अब देखना यह है कि इस मामले में सीएमओ साहब अपने अधिकारो का प्रयोग कर पाते है या नही, या कलेक्टर शिवुपरी का निर्णय आखिरी होगा, या कलेक्टर शिवपुरी जनता की भावनाओ की कद्र करेंगें, या उनका ध्यान शासन के रैवन्यू की ओर होगा, सवाल खडे है अभी भी अपने उत्तर पाने के लिए...................