CM की झूठी घोषणा के कारण कंपनी ने काम रोका | जलसंकट बरकरार

शिवपुरी। ग्वालियर संभाग के सबसे सुंदर और शांत शहर में जलसंकट केवल इसलिए दूर नहीं हो पा रहा है क्योंकि जलावर्धन योजना पर काम करने वाली कंपनी ने काम रोक दिया है। कंपनी का कहना है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान की घोषणाएं हमें नुक्सान पहुंचातीं हैं। खंडवा में हम परेशान हैं और सरकार के खिलाफ न्यायालय में जा रहे हैं, इसलिए शिवपुरी में भी काम रोक दिया गया है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार को पेयजल योजना को लेकर कलेक्ट्रट मेें एक बैंठक हुई इस बैठक में कलेक्टर शिवपुरी, नपा अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह, नपा सीएमओ कमलेश शर्मा साहित कंपनी प्रोजेक्टर इंचार्ज महेश मिश्रा शामिल हुए।

बताया गया है कि कंपनी के अधिकारी महेश मिश्रा का कहना है कि देरी का कारण प्रशासन है हम नही है इस योजना में शुरू से ही समय-समय पर अडगेें लगते रहे है। इसी कारण अब इसमें लागत रााशि बढ चुकी है। इसी कारण हमने क्षतिपूर्ति के तौर पर प्रोजेक्ट की रााशि बढाने कीे मांग की है। तभी काम संभव हो पाएगा।

कंपनी के अधिकारी का यह भी कहना है कि ऐसे में यदि कंपनी काम पूरा भी कर लेती है तो कोर्ट की अनुमति के बिना पानी सप्लाई नही किया जा सकता। इसलिए नपा यह गांरटी ले कि उस अवधि तक कंपनी को होने वाले नुकसान की भरपाई नपा करे।

इस प्रोजेक्ट में काम 70 प्रतिशत काम पूर्ण
कंपनी के अधिकारी महेश मिश्रा का कहना है कि प्रोजेक्ट का काम 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है। और महज 30 प्रतिशत काम ही होना शेष है,अभी नपा शिवपुरी ने कंपनी को 36 करोड भुगतान कर दिया है।

नपा और कंपनी के अनुबंध के हिसाब से कंपनी को 33 प्रतिशत ही वहन करने थे यानी की 9 करोड । लेकिन कंपनी ने अभी तक इस प्रोजेक्ट में 26 करोड रूपए निवेश कर चुकी है काम की देरी के कारण मटेरियल भी खराब हो रहा है।

घोषणावीर सीएम का डर 
कंपनी के अधिकारी महेश मिश्रा को कहना है कि खंडवा में इसी तरह के प्रोजेक्ट के पूर्ण होने के बाद सीएम ने घोषणा कर दी कि पानी के एवज में जनता से कोई रााशि नही ली जाएगी। जिससे कंपनी संकट मे आ गई है और हम इसकी भरपाई के लिए न्यायालय की भी शरण लेने जा रहे है। ऐसे में कंपनी को यह भी आंशका है कि यदि शिवपुरी में भी ऐसी ही घोषणा हो गई तो कंपनी को होने वाले करोडों रूपए के घाटा हो जाएगा।