ज्ञापनों का शुक्रवार: कलेक्टर को दिए आधा दर्जन ज्ञापन

शिवपुरी। शहर में शुक्रवार का दिन कलेक्ट्रेट में ज्ञापनों के नाम रहा। स्थिति यह रही कि शहर की तमाम सामाजिक संस्थाओं ने अलग-अलग मुद्दो को लेकर ज्ञापन सौंपकर अपनी-अपनी मांगे कलेक्टर के समक्ष रखी।

इसमें सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा निजी स्कूलों की मनमानी को लेकर सौंपे गए ज्ञापन का रहा जिसमें पालक संघ के अध्यक्ष सतेन्द्र श्रीवास्तव ने अपने कई सदस्यों के साथ मिलकर कलेक्ट्रेट जाकर ज्ञापन सौंपते हुए निजी स्कूल संचालको पर लगाम कसने की मांग की।

पालक संघ का कहना था कि प्राइवेट स्कूलों द्वारा पालकों और अभिभावकों की जेब पर डांका डाला जा रहा है। वह न केवल महंगी फीस वसूल रहे हैं, बल्कि मनमानी कीमत पर किताबों का भी विक्रय कर रहे हैं।

निजी स्कूल संचालको को हिदायत दी जाए कि वे आरटीई एक्ट का शत प्रतिशत पालन करे। अर्थात् लाभान्वित छात्र-छात्राओं की सूची नाम, पता व मोबाइल नंबर के साथ बोर्ड पर चस्पा किया जाये।

निजी प्रकाशकों की महंगी किताबों की विक्री बंद हो। प्रवेश शुल्क के नाम पर ली जा रही केपिटेशन फीस प्रतिबंधित किया जाये। स्कूल फीस वृद्धि पालक मंचों की सहमति से की जाये।

ज्ञापन में कहा गया है कि शहर में स्कूलों की परिधि पांच किमी से अधिक नहीं है। अत: बस किराये 400 रुपये अधिक न लिया जाये तथा बसों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के नियमों का पालन हो।

उचित मुआवजा के लिए सपा ने ज्ञापन सौंपा
समाजवादी पार्टी शिवपुरी के जिलाध्यक्ष मोह मद अफजल खां की अगुवाई में बड़ी सं या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता व अधिकारीगणों ने ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को उचित राहत दिलाने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। सपा के कार्यकर्ता रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।

ज्ञापन राज्यपाल के नाम प्रशासन को सौंपा गया। सपा के जिलाध्यक्ष ने बताया कि ओलावृष्टि के चलते शिवपुरी जिले के किसानों की गेहूं, चना और सरसों की 70 से 80 प्रतिशत फसलें नष्ट हो गई हैं। इस कारण किसानों को उचित मुआवजा दिया जाये।

ज्ञापन में केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये भूमि अधिग्रहण बिल का विरोध करते हुए उसे रद्द करने की मांग की गई है। सपा के इस कार्यक्रम में विपिन शिवहरे, मस्तराम रावत, शरीफ खान, ईश्वरलाल रावत, कालूराम सेन, कल्लू कुशवाह, अमरसिंह कुशवाह, महेन्द्र सिंह यादव, मदनलाल प्रजापति, गोविंद गुर्जर, सिकन्दर राईन सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

तेज व अकर्ण प्रिय होर्न पर लगाया जाए प्रतिबंध
शंकुतला परमार्थ समिति की सचिव एडवोकेट शैला अग्रवाल ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ आज एक ज्ञापन सौंपकर शहर भर में वाहन चालको द्वारा तेज आवाज के होर्न बजाए जाते है जिससे बच्चों सहित वृद्धों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।

इसके अलावा इन वाहनों में तेज आवाज में गाने चलते है जिससे दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। वाहनों में कई प्रकार के अकर्णप्रिय होर्न से लोगो को काफी परेशानी उठानी पड़ती हैै।