शहर में जलसंकट, CMO के घर फोडे मटके, पार्षद ने दिया इस्तीफा

शिवपुरी। वार्ड क्र.11 की निर्दलीय पार्षद श्रीमती नीलम बघेल के विरोध में आज वार्ड क्र. 6 और 11 के एक क्षेत्र विशेष के निवासियों ने पार्षद पर जलसंकट को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए मु य नगरपालिका अधिकारी कमलेश शर्मा के निवास स्थान पर मटके  फोड़े और उनके विरोध में जोरशोर से नारे लगाये।

स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पार्षद ने उनके मोहल्ले में आने वाले पानी के टेंकरों को बंद करवा दिया है जिससे उनके घरों में पानी की एक बूंद भी नहीं है।

वहीं नगरपालिका में पार्षद नीलम बघेल ने अपने पति पूर्व पार्षद अनिल बघेल के साथ नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह और सीएमओ कमलेश शर्मा को अपना इस्तीफा सौंप दिया और आरोप लगाया कि नगरपालिका प्रशासन पार्षदों का स मान बरकरार रखने में असफल है।

वहीं सीएमओ कमलेश शर्मा ने साफतौर पर कहा कि वह दबाव की राजनीति के आगे नहीं झुकेंगे और   पार्षद की गलत बातों को बिलकुल नहीं मानेंगे। श्री शर्मा के अनुसार पार्षद बघेल नगरपालिका के ड्रायवर सरवन सेंगर को नौकरी से हटाने के लिये अनावश्यक दबाव डाल रही है जो कि कदापि उचित नहीं है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार 13 फरवरी को पार्षद और उनके पति ने नगरपालिका अध्यक्ष के चै बर के सामने धरना देते हुए कहा था कि उनके वार्ड की समस्याएं हल नहीं हो रही है इसलिए उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाये। नगरपालिका परिसर में काफी देर तक नपा प्रशासन और पार्षद के बीच विवाद की स्थिति बनी रही।

इसका पटाक्षेप नपाध्यक्ष कुशवाह और पार्षद बघेल द्वारा राजेश्वरी मंदिर पर भ्रष्टाचार न करने की कसम खाने के बाद हुआ। बताया जाता है कि बघेल को मु य आपत्ति यह थी कि नगरपालिका में उनके वार्ड में पानी सप्लाई करने वाला ड्रायवर सेंगर उनकी बात नहीं मानता।

इस पर वह उसे नौकरी से हटवाना चाहती थी, लेकिन सीएमओ ने इतना अवश्य किया कि श्री सेंगर को वार्ड क्र. 11 की सेवा से पृथक कर दिया। इस घटनाक्रम के बाद वार्ड क्र. 6 और 11 में टेंकर की सप्लाई रोक दी गई और वार्ड में पेयजल संकट गहरा गया इसकी परिणिति यह हुई कि आज सीएमओ निवास पर वार्ड के अनेकों लोग जिनमें महिलाएं भी थीं मटके लेकर पहुंच गये और उन्होंने जोरशोर से नारेबाजी शुरू कर दी।

इस समय सीएमओ शर्मा भी अपने निवास स्थान पर थे  पार्षद का विरोध कर रहे लोगों ने मटके फोड़े और सीएमओ से कहा कि पार्षद वार्ड के निवासियों और खासकर अल्पसं यक वर्ग का विरोधी है उनके यहां उसने पेयजल की सप्लाई रोक दी है।

इस पर सीएमओ ने वार्डवासियों को आश्वस्त किया कि उनके हितों का ध्यान रखा जायेगा इसके बाद सीएमओ नगरपालिका की ओर रवाना हो गये जहां पीआईसी की बैठक आयोजित हो रही थी।

नगरपालिका में पीआईसी की बैठक में भाग लेने के लिये नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह भी पहुंच गये थे और उसी दौरान पार्षद बघेल अपने पति नीलम बघेल के साथ वहां पहुंची और दोनों ने जमकर नपाध्यक्ष और सीएमओ से विवाद किया। पार्षद बघेल ने इस्तीफा सौंपने की जिद पकड़ ली और कहा कि तीन दिन पहले हुए समझौते का पालन नहीं किया जा रहा।

नगरपालिका का ड्रायवर सेंगर उनकी अव्हेलना करता है और उसे नौकरी से अभी तक नहीं निकाला गया। इस पर सीएमओ शर्मा ने कहा कि आपको उससे शिकायत थी इसलिए आपके वार्ड की सेवा से उसे अलग कर दिया गया है, लेकिन हम उसे नौकरी से नहीं निकालेंगे और दबाव के आगे नहीं झुकेंगे।

विवाद काफी गहरा गया, लेकिन इसी बीच पुलिस नगरपालिका परिसर में पहुंच गई जिन्हें देखकर पार्षद और उनके पति अपने इस्तीफे को वहीं पटककर रवाना हो गये।

निर्दलीय पार्षद का इस्तीफा भाजपा के लेटर पैड पर
पार्षद नीलम बघेल निर्दलीय हैं और भाजपा से टिकिट न मिलने के कारण उन्होंने निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ा था और पार्टी से इस्तीफा दे दिया था इसके बाद वह भाजपा में शामिल नहीं हुईं, लेकिन उन्होंने नपाध्यक्ष को जो इस्तीफा सौंपा है वह भाजपा के लेटर पैड पर है जिसमें कमल निशान बना हुआ है। इस्तीफे में श्रीमती बघेल ने कहा है कि नगरपालिका प्रशासन ने 13 फरवरी को उनसे जो समझौता किया था उसका पालन नहीं किया है। आज भी उनके वार्ड में समस्याएं बनी हुई हैं ऐसे में मै अपने वार्ड में की जनता की सेवा नहीं कर सकती इसलिए इस्तीफा दे रही हूं।