शिवपुरी। कांग्रेस के जिलाअध्यक्ष रामसिंह यादव कोलारस विधायक बन बाद नए जिलाअध्यक्ष बनाने की मांग समय-समय पर होती रही है। लेकिन अब संकेत मिल रहै है कि जल्द ही किसी को कांग्रेस का कार्यवाहर अध्यक्ष बनाया जा सकता है। और इसमे सबसे ऊपर नाम है कांग्रेस नेता हरवीर सिंह रघुवंशी का।
दो दिन पहले अशोक नगर में तो प्रदेश कांग्रेस ने कार्यवाहक जिलाध्यक्ष के रूप में गजराम सिंह यादव की नियुक्ति कर दी है। शिवपुरी में कार्यवाहक जिलाध्यक्ष के रूप में सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री बैजनाथ सिंह यादव और शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राकेश गुप्ता के नाम की चर्चा है, लेकिन हरवीर सिंह रघुवंशी का पलड़ा भारी बताया जा रहा है। श्री रघुवंशी ने पद संभालने के प्रति रूचि भी दिखाई है।
अशोक नगर में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सरनाम सिंह ने नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिये अपनी पार्टी को टिकिट देने की मांग की थी, लेकिन आलाकमान ने उनकी पुत्री के स्थान पर जब किसी अन्य उ मीदवार को टिकिट दे दिया तो उन्होंने पार्टी के विरूद्ध विद्रोह खड़ा कर दिया, यहां तक कि पूर्व मंत्री महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा के पुतले का भी दहन कर दिया गया था।
सरनाम सिंह ने जिलाध्यक्ष पद से पूर्व मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस्तीफा भेज दिया था तथा संगठन के कार्यों में भी उन्होंने रुचि लेना बंद कर दिया था इस कारण अशोकनगर में कार्यवाहक जिलाध्यक्ष की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
जहां तक शिवपुरी का सवाल है पार्टी के जिलाध्यक्ष रामसिंह यादव कोलारस विधायक के रूप में निर्वाचित हो चुके हैं। जिलाध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल काफी संतोषजनक रहा और कांग्रेस ने देश और प्रदेश में अपने प्रदर्शन के विपरीत शिवपुरी जिले में सांसद से लेकर विधायक, नगरपालिका, नगर पंचायत और पंचायत चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत को मानते हुए रामसिंह यादव ने जिलाध्यक्ष पद से हटने की इच्छा व्यक्त की और उन्होंने अपनी भावना से पूर्व केन्द्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को अवगत करा दिया था।
पिछले एक साल से श्री यादव जिलाध्यक्ष के रूप में अनिच्छा से कार्य कर रहे हैं। इस कारण शिवपुरी में भी कार्यवाहक जिलाध्यक्ष पद की नियुक्ति की संभावना व्यक्त की जा रही है। इस पद हेतु कांग्रेस में पहले सबसे प्रबल दावा प्रदेश कांग्रेस महामंत्री बैजनाथ सिंह यादव का था। श्री यादव जिलाध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे थे और श्री सिंधिया ने उन्हें जिलाध्यक्ष बनाने का मन भी बना लिया था, लेकिन बाद में रामसिंह यादव ने जिलाध्यक्ष बनने के प्रति अपनी प्रबल इच्छा श्री सिंधिया के समक्ष व्यक्त की और बैजनाथ सिंह यादव जिलाध्यक्ष बनते-बनते रह गये।
इस कारण से बैजनाथ सिंह यादव का नाम कार्यवाहक जिलाध्यक्ष के रूप में सबसे आगे लिया जा रहा था, लेकिन इस समय बैजनाथ सिंह यादव की रूचि जिला पंचायत के अध्यक्ष पद के चुनाव में है। यह पद पिछड़ा वर्ग महिला के लिये आरक्षित है और वार्ड क्र. 20 से उनकी पत्नी श्रीमती कमला यादव भारी बहुमत से विजयी भी हो चुकी हैं।
जिला पंचायत की 23 सीटों में से अभी तक संपन्न हुए 14 सीटों में आधे से अधिक निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य कांग्रेस मानसिकता के हैं और अध्यक्ष पद की दौड़ में वह बैजनाथ सिंह यादव के साथ खड़े दिख रहे हैं। इस कारण से बैजनाथ सिंह यादव के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बनने की संभावना कम हुई हैं। कार्यवाहक जिलाध्यक्ष के रूप में नगरपालिका अध्यक्ष पद हेतु मुन्नालाल कुशवाह के जीतने के बाद उनकी जीत के शिल्पी शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राकेश गुप्ता का नाम भी लिया जा रहा है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि राकेश गुप्ता ने कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बनने के प्रति अपनी रूचि नहीं दर्शाई है और उन्होंने कार्यवाहक जिलाध्यक्ष के रूप में हरवीर सिंह रघुवंशी के नाम पर अपनी सहमति व्यक्त की है।
श्री रघुवंशी की सबसे बड़ी खूबी यह है कि संगठन के कामों में वह संलग्न रहते हैं और पार्टी की रीति-नीति और सिद्धांतों की उन्हें पूरी जानकारी रहती है। श्री रघुवंशी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के भी काफी विश्वासपात्र हैं। वर्तमान में जिलाध्यक्ष भले ही रामसिंह यादव हैं, लेकिन संगठन को गतिशील हरवीर सिंह रघुवंशी ही रखे हुए हैं। इस कारण हरवीर सिंह रघुवंशी के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बनने की संभावनाएं काफी प्रबल हैं।