शिवपुरी। शिवपुरी की महिला ज्योति पडऱया की दिल्ली के अस्पताल मे स्वाईन फ्लू के कारण हुई मौत से स्थानीय प्रशासन चौकस हो गया है।
इस रोग की पहचान व निबटने के लिए सरकारी अस्पताल में स्वाईन फ्लू वार्ड व रोकथाम तथा प्रभावी नियंत्रण एवं उपचार व्यवस्था के अन्तर्गत जिला चिकित्सालय शिवपुरी में सर्दी, जुकाम के रोगियों के 24 धण्टें परीक्षण तथा स्वाईन फ्लू स्क्रीनिंग की सुविधा स्थापित की गई है।
ट्रॉमा सेंटर कक्ष क्रमांक-3 में सर्दी जुकाम के रोगियों के परीक्षण तथा उपचार हेतु चिकित्सक 24 धण्टें उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त नवीन ओपीडी कक्ष क्रमांक-4 तथा मुख्य अस्पताल भवन के कक्ष क्रमांक -7 में ओपीडी समय में सर्दी, जुकाम के रोगियों की स्क्रीनिंग की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
जिला चिकित्सालय के ट्रॉमा सेंटर में स्वाईन फ्लू वार्ड स्थापित किया गया है, जिसमें सी कैटेगरी के रोगियों के उपचार हेतु वैन्टीलेटर, मल्टीपैरा मॉनीटर, डी-फिबरीलेटर, ऑक्सीजन सिस्टम आदि की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। समस्त चिकित्सकों को स्वाईन फ्लू के प्रोटोकॉल अनुरूप परीक्षण उपचार आदि का पुन: उन्मुखीकरण किया गया है।
स्वाईन लू में ए.बी.सी. कैटेगरी के रोगी होते है, जिनमें ए और बी कैटेगरी के रोगियों का उपचार आउटडोर मरीज के रूप में किया जाता है तथा उनका स्वाईन फ्लू जांच हेतु कोई सेम्पल लेने की आवश्यकता नहीं होती है, केवल सी. कैटेगरी के ऐसे रोगी जिनको तेज छाती में दर्द, खखार में खून आना, सांस लेने में बहुत तकलीफ, नाखून नीले पडना, तेज बेहोशी, रक्तचाप में अधिक गिरावट होने पर ही उन्हें अस्पताल में भर्ती रहकर उपचार की आवश्यकता होती है।
ऐसे रोगियों के समुचित उपचार और परीक्षण की सुविधा हेतु अस्पताल में स्वाईन लू वार्ड स्थापित किया गया है। सिविल सर्जन डॉ. गोविन्द सिंह द्वारा आम जनता से अपील की गई है, कि सर्दी जुकाम के रोगी अस्पताल में कक्ष क्रमांक 3,4 एवं 7 में आकर अपना परीक्षण करवा सकते है।
स्वाईन लू की संभावना होने पर उनके परीक्षण एवं उपचार की सुविधा जिला चिकित्सालय में की गई है। इस संबंध में किसी भी प्रकार की अफवाह आदि पर विश्वास न करे। चिकित्सालय में चिकित्सक द्वारा दी गई सलाह का पूर्ण पालन करें।