शिवपुरी। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री धैर्यवर्धन ने आज मध्य प्रदेश में प्रशासनिक सेवा संघ की हड़ताल पर कटाक्ष करते हुए इसे अफसोस जनक बताया है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर अफसर अब्बल दर्जे के भ्रष्ट हैं।
यह तबका देश का नया शोषक वर्ग के तौर पर उभरा हैं। लोकायुक्त एवं आर्थिक अपराध शाखा द्वारा निरंतर डाले जा रहे हैं छापों में मिलने वाली वेनामी एवं अकूत संपत्तियां चीख-चीख कर इनके भ्रष्टाचारी ताण्डब की जानकारी दे रहीं हैं।
पहले से ही शासकीय कार्य में बाधा डालने एवं सेवारत कर्मचारी से मारपीट करने पर विशेष धारायें मध्य प्रदेश में मौजूद हैं। तब भी नये प्रोटेक्शन एक्ट की मांग करना सिद्ध करता है कि ये अपनी तानाशाही और मनमर्जी के विरूद्ध कोई स्वर नहीं सुनना चाहते।
वेईमान अफसर प्लानिंग के तहत गिने चुने ईमानदार अफसरों को लूप लाईन में डालकर रखते हैं। ताकि अधिकारों का दुरूपयोग एवं अडग़े बाजी के द्वारा मोटी रिश्वत खोरी कर सकें। प्रदेश में इक्का दुक्का टकराहट की घटना पर इस तरह की हड़ताल से उक्त अधिकारी गैर जि मेदाराना एवं नाट्कीय कृत्य से प्रदेश का सुशासन का वातावरण बिगाड़ रहे हैं।
इन्होंने छोटे कर्मचारियों को भी दबाब में लेकर उन्हें हड़ताल में जबरन शामिल किया है। भ्रष्टाचार की मैराथिन में महिला बाल विकास, राजस्व, पुलिस आदि के अधिकारियों ने सारे रिकार्ड तोड़ दिये हैं।
Social Plugin