शिवपुरी। नगर पालिका शिवपुरी के इन चुनाव परिणामों पर भाजपा पर आपदा बनकर गिरी रिशिका अष्ठाना को अत: नगरीय प्रशासन विभाग ने भ्रष्टाचार और अनिमिताओं के चलते पद से बर्खास्त कर दिया गया है। शिवपुरी की मीडिया से भ्रष्टाचार का ब्रांड एम्बेसडर की उपाधी पा चुकीं पूर्व नपा अध्यक्ष रिशिका अष्ठाना को नगरिय प्रशासन विभाग ने बर्खास्त कर दिया है।
यह था मामला
4-3-10 को रिशिका अष्ठाना की किचिन कैबीनेट के छह पार्षद रहे भोपाल सिंह दांगी, मथुरा प्रसाद प्रजापति, मीरा बाथम, रहीस खान, यशोदा शर्मा, नीरज बेडिय़ा और नपाध्यक्ष ने नगर पालिका के सरकारी आवास खाली कराने के लिए एसडीएम कोर्ट से प्रकरण वापस करने का प्रस्ताव पास किया था, जिसमें तत्कालीन नपाध्यक्ष रिशिका अष्ठाना सहित 6 पार्षदों ने यह ठहराव पास किया था। इस ठहराव पर हाईकोर्ट में एक याचिका के बाद न्यायालय ने संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
नपा चुनाव के मतदान के दिन 1 दिसंबर को कलेक्टर शिवपुरी ने इस मामले में रिशिका अष्ठाना का साथ निभाने वाले सभी 6 पार्षदों को बर्खास्त कर दिया था, लेकिन रिशिका का मामला शासन स्तर पर रुका हुआ था। इन सभी 6 पार्षदों को अगले 6 साल तक चुनाव के लिए अयोग्य भी घोषित किया गया है। प्रदेश में भाजपा की सरकार है इसलिए अध्यक्ष महोदय के सरपरस्त लगातार इस प्रयास में थे कि बर्खास्तगी का आदेश जारी ना हो पाए, इसके लिए काफी भाग दौड़ और जोड़ तोड़ भी किए गए लेकिन वो कहते हैं ना कि .... की अम्मा, कब तक खैर मनाएगी। नगरीय प्रशासन विभाग ने रिशिका अष्ठाना की बर्खास्ती का आदेश उनके कार्यकाल समाप्त होने के ठीक 24 घंटे पहले जारी कर ही दिया।
CMO ने दबाया प्रशासनिक आदेश
अध्यक्ष महोदय के कई मामलों में कदम ताल करने वाले सीएमओ ने बर्खास्ती के बाद भी रिशिका अष्ठाना से अपनी बफादारी निभाई और भोपाल से आदेश जारी होने के बाद भी उसे छिपाए रखा, हर आखरी प्रयास किया गया कि यह आदेश और इसकी सूचना मीडिया तक ना पहुंच पाए, कम से कम इज्जत ही बचा ली जाए। अपने पद का दुरुपयोग करने के बावजूद सीएमओ कमलेश शर्मा, रिशिका अष्ठाना की बर्खास्ती को छिपा नहीं पाए और अंतत: दैनिक भास्कर ने आज इस खबर को प्रकाशित कर ही दिया।
पिक्चर अभी बाकी है....
जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार की ब्रांड ऐम्बेसडर का दर्जा प्राप्त कर चुकी रिशिका अनुराग बहादुर अष्ठाना की कहानी यहीं खत्म नहीं होती। फिलहाल रिशिका के खिलाफ लोकायुक्त में भी दो प्रकरणो पर जांच चल रही है, सूत्रों के अनुसार इन पर पेयजल व्यवस्था में लगाये गए टैंकरो में भारी भ्रष्टाचार किया है इस मामले की शिकायत एक एडवोकेट ने की है। इसी शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस जांच कर रही है। अभी तक देश और शिवपुरी वासियों कई घोटालो के नाम सूने होंगेे परन्तु शासन से मान्यता प्राप्त शिवपुरी की भ्रष्टाचार की ब्रांड ऐम्बेसडर रिशिका अनुराग बहादुर अष्ठाना का पेयजल घोटले का नाम भी जल्द शहर और देश सुन सकेगा।