गर्भवती पत्नि के पेट में पति ने मारी लात, महिला की हालत गंभीर, सीमा विवाद उलझी पुलिस

शिवपुरी। दो थानो के सीमा विवाद में आज एक माहिला को जाान से हाथ धोना पड सकता था, रविवार को एक गर्भवती महिला के पेट में उसके पति ने लात मार दी, जिससे उसकी जान संकट में गई। पीडि़त महिला एक घंटे तक इलाज के लिए तड़पती रही क्योंकि दो थाना क्षेत्रों की पुलिस यह तय नहीं कर पा रही थी कि मामला किसकी सीमा में आता है।

गंभीर बात यह है कि पीडि़ता का पिता एक थाने से दूसरे थाने के चक्कर लगाता रहा लेकिन ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी केस को इधर से उधर टालते रहे। अंत में एक घंटे बाद महिला सेल की अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पीडि़ता के बयान लिए तब कहीं उसे इलाज के लिए ग्वालियर रैफर किया गया।

जानकारी के अनुसार सिरसौद थानाक्षेत्र के ग्राम मानकपुर में ब्याही सीमा उम्र 25 वर्ष पत्नी बृजेश चौधरी, ने बताया कि रविवार की सुबह लगभग 9.10 बजे घर के काम में कुछ कमी रह जाने की वजह से मेरी सास के कहने पर पति ने मारपीट करते हुए मेरे पेट में लात मार दी। मुझे तीन माह का गर्भ है और दर्द अधिक होने पर ये लोग मुझे शिवपुरी ले आए।

बताया गया है कि  सीमाका मायका बड़ा बाजार पुरानी शिवपुरी में है। सीमा के पिता बनवारीलाल को दोपहर 12 बजे जब दामाद द्वारा बेटी के साथ मारपीट किए जाने की सूचना मिली तो वे सीधे देहात थाने पहुंचे। थाने से एक सिपाही भी उनके साथ अस्पताल आने के लिए रवाना हुआ।

बकौल बनवारी, गुरुद्वारा चौक पर जब सिपाही को पता चला कि मेरी बेटी की ससुराल सिरसौद थाना क्षेत्र में है तो वो वहीं उतर गया। बनवारी फिर अस्पताल चौकी पर मौजूद सिपाही के पास गए। चौकी के सिपाही ने कोतवालीए कंट्रोल रूम महिला डेस्क पर फोन लगाकर सूचना दी। इस बीच जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने सीमा की गंभीर हालत को देखते हुए ग्वालियर रैफर कर दिया।

,सीमा को जब उसके मायके वाले स्ट्रेचर पर रखकर एंबुलेंस में रखने के लिए ले जा रहे थे, तब वहां महिला डेस्क प्रभारी रजनी सिंह चौहान पहुंचीं। एक तरफ महिला के परिजन गंभीर हालत को देखते हुए एंबुलेंस तक पहुंचने की जल्दी में थे, वहीं डेस्क प्रभारी बीच में रोक कर उसके चलते-चलते बयान ले रहीं थीं।