जनपद अध्यक्षी के लिए सदस्यों का प्रचार अभियान हुआ तेज

शिवपुरी। पंचायत के निर्वाचन को लेकर अंतिम चरण के होने वाले मतदान 22 फरवरी को लेकर जनपद शिवपुरी में सदस्य पद के निर्वाचन के लिए प्रचार अभियान तेज हो गया है। अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी के बीच होने वाले इस चुनाव में दोनों ही दलों के राजनैतिक आकाओं ने अपने-अपने प्रत्याशियों के लिए चुनावी समीकरण बनाना तेज कर दिया है। 

जनपद अध्यक्ष शिवपुरी के लिए कांग्रेस जहां अशोक ठाकुर, अमित शिवहरे व पारम रावत, भरत रावत के जनपद सदस्य निर्वाचित होने पर अध्यक्षी पद के लिए जोर-आजमाईश कर सकती हैं वहीं भाजपा की ओर से बद्री धाकड़, अवधेश वर्मा, जण्डेल सिंह गुर्जर व रवि रावत के लिए सदस्य निर्वाचित होने के बाद अध्यक्षीय पद का समीकरण तय होगा। इस चुनावी समर में शहरी क्षेत्र के लोगों ने ग्रामीण अंचल में जाकर जो दस्तक दी है उससे चुनाव का वातावरण तेज हुआ है। 

मैनेजमेंट व लुभावने वादों को लेकर प्रत्याशी ग्रामीण मतदाताओ को अपनी तरफ आकर्षित करने का प्रयास कर रहे है और सार्वजनिक तौर पर इन प्रयासों को लेकर कहासुनी भी देखने को मिल रही है।  वार्ड क्रमांक 10 की बात की जाए तो बद्री धाकड़, अमित शिवहरे,भागीरथ कुशवाह व राजू रावत के बीच चुनाव की सरगर्मियां तेज हुई है जहां बद्री धाकड़ को इसी वार्ड से पिछले समय जनपद सदस्य बने रहने का लाभ बनता दिखाई दे रहा है।

जनपद सदस्यों को लेकर शिवपुरी जनपद के 25 वार्डों में चुनाव प्रचार अभियान तेज होता चला जा रहा है। इस अभियान में कांग्रेस और भाजपा के बीच आमने-सामने का भी मुकाबला देखने को मिल रहा है लेकिन कई जगह एक ही दल के लोग आपस में जोर आजमाईश करके अपने को सदस्य निर्वाचित करने की मुहिम चलाए हुए है। जनपद सदस्य के वार्ड क्रमांक 10 में रोचक मुकाबला देखने में सामने आया है। 

यहां अमित शिवहरे ने अपना नामांकन पत्र भरा है जिनकी शहरी पृष्ठभूमि बताई जाती है जबकि बद्री धाकड़, राजू रावत और भागीरथ कुशवाह वार्ड क्रमांक 10 की तीनों ग्राम पंचायतों से संबंधित मतदाता के सामने आ रहे है। ग्राम चिटौरा-चिटौरी चंदनपुरा एवं नौहरीकलां ग्राम पंचायतो में मतदाताओं की स्थिति देखी जाए तो सर्वाधिक मतदाता धाकड़ समाज से इस वार्ड में आता है। इसके बाद कुशवाह मतदाताओं की सं या बताई जाती है और आखिरी में रावत समाज के लोग इस वार्ड में आते है इसके अलावा सभी जातियों का प्रतिनिधित्व इस वार्ड में माना जा सकता है लेकिन हरिजन और आदिवासियों की बात की जाए तो उनकी सं या लगभग 1500 से ऊपर की बताई जा रही है। 

4200 की वोटिंग वाले इस वार्ड में बद्री धाकड़ ग्रामीणों से संपर्क करके अपने चुनाव अभियान को तेज कर रहे है। अपने समाज के अलावा बद्री धाकड़ को अन्य वर्गों से भी अच्छा खासा समर्थन दिखाई दे रहा है। जातिगत ध्रुवीकरण को यदि चुनाव में तरजीह मिलती है तो कुशवाह समाज से तीन प्रत्याशी मैदान में है जिसमें जगदीश कुशवाह व जयदीप कुशवाह को भागीरथ कुशवाह की तुलना में मतदाताओं की ओर से उतना समर्थन ना मिलने की उ मीद है। इसके बाबजूद भी चुनाव के निर्णायक की भूमिका बद्री धाकड़, अमित शिवहरे व भागीरथ कुशवाह के बीच में बनती दिखाई दे रही है। जिसमें बद्री धाकड़ का अपना प्रभाव उन्हें इस चुनावी समर में मतदाताओं के बीच खासा समर्थन देता दिखाई दे रहा है।