शिवपुरी। नगरपालिका उपाध्यक्ष पद के चुनाव में पैसे लेकर वोट देने वाले पार्षदों की शामत आना शुरू हो गई है। कांग्रेस और भाजपा ने उन पार्षदों की खोजबीन तेज कर दी है जिन्होंने पैसे लेकर भी उन्हें वोट नहीं दिये। दल विशेष ने अपने उन पार्षदों से जिन्हें 50-50 हजार रुपये दिये थे उनसे चुनाव के पश्चात राशि वसूल कर ली है।
वहीं दूसरे दलों के सौदा तय होने के पश्चात संदिग्ध पार्षदों से भी दी जाने वाली राशि मांगी जाने लगी है। सूत्रों के अनुसार भाजपा के 7 और कांग्रेस के 4 पार्षदों पर क्रॉस वोटिंग का शक जाहिर किया जा रहा है। वहीं दो निर्दलीय पार्षदों पर दोनों दलों से पैसे लेने का आरोप है।
नगरपालिका उपाध्यक्ष पद के चुनाव का सबसे सकारात्मक परिणाम यह है कि भ्रष्ट पार्षदों की छीछालेदर होने लगी है। उनके नाम सार्वजनिक होने लगे हैं तथा पैसे लेकर भी वोट न देने वाले पार्षदों पर आंखें तरेरी जाने लगी हैं। चुनाव संपन्न होते ही सबसे पहले एक दल ने अपने पार्षदों से राशि वसूल की। भाजपा के 7 पार्षदों पर और कांग्रेस के 4 पार्षद क्रॉस वोटिंग के आरोपों से घिर गये, वहीं दो निर्दलीय पार्षदों पर भी दोनों दलों से पैसे लेने के आरोप लगे हैं।
ऐसे संदिग्ध पार्षदों से पैसों का तगादा शुरू हो गया है। हालांकि उनकी तरफ से कहा जा रहा है कि उन्होंने पैसे लेकर वोट दिये हैं। इसकी तस्दीक के लिए दोनों दलों के मैनेजर देख रहे हैं कि ऐसा कौन सा पार्षद है जिसने दोनों से पैसे लिये हैं और फिर उन पर पैसे वसूलने का दबाव दोनों ओर से बनाया जा रहा है। भाजपा के एक चुनाव मैनेजर ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि उनके दल के 7 पार्षदों ने पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान नहीं किया।
उनके अनुसार कांग्रेस के 4 पार्षदों ने भी उनसे वोट के लिए दो-दो लाख रुपये लिये थे जिनमें से दो पार्षदों ने उनके प्रत्याशी को मत दिया जबकि दो पार्षदों ने पैसे लेने के बाद भी वोट नहीं दिये। उनसे कहा जा रहा है कि या तो वह मत देने का प्रमाण प्रस्तुत करें अथवा राशि वापस करें। उनके अनुसार निर्दलीय दो पार्षदों ने बड़ी राशि लेने के बाद भी वोट नहीं दिया और ऐसे सूत्र मिल रहे हैं कि उक्त दो पार्षदों ने दोनों ओर से पैसे लिये हैं।
भाजपा के दो पार्षदों ने प्रमाण पेश किये
अपने प्रत्याशी को मत देने के भाजपा के दो पार्षदों ने प्रमाण पेश किये हैं जिनमें से एक महिला पार्षद है। सूत्र बताते हैं कि भाजपा के पार्षदों को हिदायत दी गई थी कि वह वोट देने का फोटो खींचकर प्रस्तुत करें, लेकिन इस योजना की भनक लग जाने से चुनाव अधिकारी ने पार्षदों को मोबाइल ले जाने से प्रतिबंधित कर दिया, लेकिन दो पार्षद किसी तरह मोबाइल मतदान केन्द्र के भीतर ले गये और उन्होंने अपने फोटो प्रस्तुत कर सिद्ध किया कि उन्होंने पार्टी प्रत्याशी को ही वोट दिया है।
भाजपा पार्षदों ने नार्कोटेस्ट कराने की मांग की
भाजपा पार्षद रेखा-गब्बर परिहार, पंकज महाराज, विष्णु राठौर, राजकुमारी कुशवाह, किरण-नीरज खटीक, सुरेन्द्र रजक, हरिओम नरवरिया ने एक प्रेस बयान में कहा कि वह इस आरोप से व्यथित हैं कि भाजपा पार्षदों ने पैसे लेकर कांग्रेस प्रत्याशी को मत दिया। इसलिए वह सच्चाई का पता लगाने के लिए नार्कोटेस्ट के लिए तैयार हैं। उन सहित समस्त भाजपा पार्षदों को नार्कोटेस्ट के लिए आगे आना चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये।
पैसों से नहीं खरीदे जा सके गरीब पार्षद
नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष पद के चुनाव के कालिख भरे अध्याय के बीच आशा की किरण यह है कि बिकने वालों में कतिपय गरीब पार्षद शामिल नहीं है, बल्कि उन्होंने स्पष्ट रूप से लाखों रुपये की राशि को ठुकराकर पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर स्पष्ट किया कि पैसे देकर हर किसी को नहीं खरीदा सकता।
घर से गायब हुई नाबालिका
शिवपुरी। सिरसौद थाना क्षेत्र के ग्राम दर्रोनी में विगत दिवस घोंटा सेन की 13 वर्षीय पुत्री अपने घर से रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। पुलिस ने इस मामले में पहले गुमशुदगी का प्रकरण दर्ज किया बाद में इस मामले में अज्ञात बदमाश के विरूद्ध भादवि की धारा 363 के तहत अपहरण का मामला कायम कर लिया।