सहकारी केन्द्रीय बैंकों की धीमी ऋण वसूली पर कमिश्नर नाराज

शिवपुरी। संभाग के सभी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंको के बकाया ऋण वसूली में तेजी लाने पर संभाग आयुक्त के.के.खरे द्वारा विशेष जोर दिया जा रहा है। इस कड़ी में उन्होंने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शिवपुरी की बकाया ऋण वसूली की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की है।

श्री खरे ने ऋण वसूली के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश कलेक्टर शिवपुरी व महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक शिवपुरी को दिए है। संभाग आयुक्त ने हिदायह दी है कि बड़े बकायदारों के नाम सार्वजनिक किए जाएं, साथ ही गबन व धोखाधड़ी के प्रकरणों की कलेक्टर द्वारा व्यक्तिगत रूचि लेते हुए तत्काल बैठक आयोजित करें। उन्होंने कहा कि गंभीर प्रकरणों में आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की कार्रवाही तेजी से की जाए।

संभाग आयुक्त ने यह निर्देश सहकारी केन्द्रीय बैंकों की विश्रीय स्थिति की समीक्षा के दौरान दिए हैं। उन्होंने कहा है जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शिवपुरी के 164 करोड़ 30 लाख रूपए की राशि ऋण के रूप में लंबित है। इसके विरूद्ध बैंक द्वारा मात्र 11 करोड़ 32 लाख रूपए की वसूली की गई है जो मात्र 6.89 प्रतिशत के लगभग है।

इसी प्रकार प्राथमिक साख सहकारी संस्थाओं पर भी 161 करोड़ 62 लाख रूपए की वसूली के विरूद्ध बैंक द्वारा 11 करोड़ 77 लाख रूपए ही वसूल किए गए हैं जो केवल 7.28 प्रतिशत है। श्री खरे ने कहा है कि जिला बैंक के सबद्ध प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं द्वारा दर्ज प्रकरणों में वसूली निरंक है जो अत्यंत खेदजनक स्थिति है। इसी प्रकार बैंक के चालू ऋण की वसूली भी अत्यंत कम है।

बड़े बकायदारों पर कड़ी कार्यवाही करने की हिदायत
संभाग आयुक्त ने कलेक्टर शिवपुरी को निर्देशित किया है कि इस योजना के अंतर्गत बड़े बकायदारों और आदतन बकायदारों के विरूद्ध आरआरसी जारी कर राजस्व अधिकारियों का सहयोग लेकर वसूली कराई जाए। इसके साथ ही कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तर पर गठित गबन, धोखाधड़ी, छानबीन समिति की बैठक तुरंत आयोजित की जाए।

इसमें गंभीर प्रकरणों का संस्था व शाखावार चिन्हित कर उनकी वसूली का कार्यक्रम निर्धारित किया जाए, साथ ही बड़े बकायदारों के नाम सार्वजनिक करने के साथ-साथ उनके विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई भी सुनिश्चित करने के निर्देश संभाग आयुक्त द्वारा दिए गए हैं।