मगरमच्छ विवाद: सीवर लाईन का रूट बदलने की तैयारी में पीएचई

शिवपुरी। सिंध प्रोजेक्ट की तरह सीवर प्रोजेक्ट पर रोक लगाने वाले पार्क संचालक शरद गौड की हठधर्मिता पर नपाध्यक्ष सहित सिंधिया ट्रस्ट द्वारा तीखी आलोचना किये जाने के बाद पार्क प्रबंधन और पीएचई ने सीवर प्रोजेक्ट को पूरा कराने को लेकर बातचीत शुरू कर दी है।

पीएचई के कार्यपालन यंत्री बीके छारी का कहना है कि चुनाव प्रक्रिया के बाद पार्क प्रबंधन और वह मिलकर नया रास्ता खोजेंगे। उन्होंने कहा कि अगर जाधव सागर से मगर शिफ्टिंग नहीं हो सके तो वह जाधव सागर को छोड़कर अन्यत्र किसी स्थान पर खुदाई प्रारंभ करेंगे जिसके लिऐ वह एक-दो दिन में सर्वे शुरू करेंगे।

अगर रास्ते में कोई प्राइवेट भूमि आती है तो उसे अधिग्रहित कर मुआवजा भूमि स्वामी को दिये जाने से भी परहेज नहीं करेंगे। वह चाहते हैं कि जनहितैषी यह योजना अधर में न लटके और इसके लिये वह उनका विभाग प्रयासरत है।

विदित हो कि सीवर प्रोजेक्ट के तहत जाधव सागर में खुदाई करने को लेकर सागर को खाली किया जा रहा था जिससे जाधव सागर में रहने वाले मगरमच्छों वहां से निकलकर शहर की ओर रुख करना शुरू कर दिया था। बाद में पार्क संचालक शरद गौड ने जाधव सागर को खाली करने से पर रोक लगा दी, साथ ही मगरमच्छों को वहां से शि िटंग से भी इनकार कर दिया जिससे पार्क संचालक शरद गौड और पीएचई के कार्यपालन यंत्री बीके छारी के बीच तकरार बढ़ गई।

वहीं नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने भी जनहितैषी योजना में अड़ंगा लगाने वाले शरद गौड के खिलाफ मोर्चा खोल आंदोलन करने की चेतावनी दे दी। यह विवाद बढ़ता देख पार्क संचालक और पीएचई अधिकारियों के द्वारा मामले को शांत करने का रास्ता निकालना शुरू कर दिया।

पीएचई कार्यपालन यंत्री बीके छारी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा लगातार पार्क संचालक से संपर्क किया जा रहा है और उन दोनों के बीच बातचीत भी हुई है जिसमें खुदाई का रास्ता साफ करने के लिये आज होने वाले चुनाव के बाद बैठक आयोजित की जायेगी।

उनका कहना है कि अगर मगरमच्छों को शिफ्टिंग पर सहमति नहीं बन पाती है तो वह इसके लिये नया रास्ता खोजेंगे। जिससे के लिए वह वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह ले रहे हैं।

उनका कहना है कि अगर खुदाई का रास्ता बदलना पड़े तो वह जाधव सागर से हटकर अन्यत्र स्थान पर खुदाई करने के लिए भी तैयार हैं, लेकिन योजना को रुकने नहीं देंगे और सभी बाधाओं को दूर करने के प्रयास किये जायेंगे।