3 जिले और 11 थानों की पुलिस जुटी है तलाश में, डाकुओं का नाम तक पता नहीं कर पाई

शिवपुरी। पाडरखेडा रेलवे से आईटी मैनेजर का अपहरण हुए चार दिन से भी ज्यादा वक्त गुजर गया है। ग्वालियर आईजी कटियार सहित शिवपुरी के SP और जिले के 11 थानो की पुलिस भी डकैतो की खोजबीन मे लगी है अब तीन जिलो की पुलिस भी इस अज्ञात डकैत गिरोह की टोह लेने में लगा दी परन्तु डकैतो को छोडो अभी तक पुलिस गिरोह का नाम भी पता नही कर पाई है।

समय बीतने के साथ पुलिस की चिंताए बढ रही है। जिले की पुलिस पूरी ताकत के साथ इस मामले को सुलझाने को प्रयास  कर रही है। जंगल में पुलिस डकैतो के मूवमैंट वाले एरिया पर नजर रख रही है। और ऐसे लोगो पर भी पुलिस नजर रख रही है जो डकैतो को रसद पहुचा सकते है।

इस समय चल रही शीत लहर ने पुलिस की परेशानी को और बडा दिया जंगल में दिन में भी कोहरा होने के कारण पुलिस को  संर्चिग में परेशानी आ रही है और दिन भी जल्द ही अस्त हो जाता है और सुबह संर्चिग भी लेट शुरू हो रही है।

पुलिस को यह भी चिंता है कि  यह गिरोह जिले से बाहर ना निकल जाए इस लिए जिले की सीमा और राजस्थान की सीमा पर श्योपुर पुलिस की मदद लेकर सर्चिग की जा रही है। पुलिस को यह डर भी सता रहा है कि यह अज्ञात गैंग भिंड या ईटावा की ना हो नही तो वह यह क्षेत्र पार कर गए जो पुलिस को इस अपहत्त को मुक्त कराना बस की बात नही होगी।

आईजी आदर्श कटियार का कहना है कि हम शीघ्र ही अपहृत को डकैतों के चंगुल से मुक्त कराने में सफल होंगे। जिसके लिए पुलिस को शिवपुरी के जंगलों सहित ग्वालियर, मुरैना और श्योपुर के जंगलों में उतारा है और शीघ्र ही गिरोह की पहचान कर ली जाएगी और उनका एक लक्ष्य होगा कि सबसे पहले अपहृत को सुरक्षित डकैतों के चंगुल से छुड़ाया जाए।

जिसके लिए उन्होंने एसपी एमएल छारी को निर्देशित किया है कि जिले के जंगलों और आस पास के गांवों में पुलिस को सक्रिय किया जाए। जिससे यह पता लग सके कि डकैतों को रसद कौन मुहैया करा रहा है। अगर इस पर लगाम लगा दी गई तो गैंग रसद न मिलने के कारण परेशान हो जाएगी और उसे पकडऩे में कोई परेशानी नहीं होगी। फिलहाल पुलिस डकैतों की पहचान के साथ-साथ उन्हें पकडऩे के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

50 लाख की फिरौती की मांग सिर्फ अफवाह: आईजी कटियार
डकैतों द्वारा अपहृत जयपाल खलको को मुक्त करने के एवज में 50 लाख रूपये की फिरौती मांगने की चर्चा अंचलभर में चल रही है। जिसे आईजी ग्वालियर आदर्श कटियार ने अफवाह बताया है और उन्होंने कहा है कि डकैतों द्वारा फिरौती का कोई भी संदेश अपहृत के परिजनों को नहीं मिला है और न ही पुलिस को ऐसी कोई जानकारी लगी है। फिरौती अफवाह के कारण पुलिस के साथ-साथ अपहृत के परिजन भी परेशान हो रहे हैं।