3 करोड़ के निकले खच्चू महाराज, गिरफ्तारी के डर से भूमिगत

शिवपुरी। कल सुबह 5:30 बजे ही बैराढ़ मंडी सचिव योगेन्द्र भार्गव के यहां निवास स्थान कोलारस में लोकायुक्त ने अचानक छापा मारा छापे की कार्यवाही देर शाम तक चली, बताया गया है कि जैस-जैसे लोकायुक्त ने उनके निवास को खंगालना शुरू किया तो उनकी काली कमाई 3 करोड़ रूपये तक पहुचने का अनुमान लगाया जा रहा था।

योगेन्द्र भार्गव रोज की तरह अल सुवह 5 बजे मॉर्निग वाक पर गए थे ओर लोकायुक्त की टीम उनके घर 5:30 पर पहुंची, तो उनके बडे पुत्र ने दरवाजा खोला और लोकायुक्त टीम ने योगेनद्र भार्गव के वारे में पूछा पूत्र ने बताया कि वे तो मोर्निग वॉक पर गए है। पुत्र ने पहले कोलारस थाने में फोन लगाकर इस लोकायुक्त की टीम के बारे में जानाकरी ली जब जाकर घर में प्रवेश करने दिया।

छापे की सूचना योगेन्द्र भार्गव को किसी तरह लग जाने के कारण वह लौटकर नही आए और गिरफ्तारी के डर से भूमिगत हो गए।

जानकारी के अनुसार आज से 26 साल पहले नाकेदार के रूप मेें कोलारस के योगेन्द्र भार्गव ने नाकेदार के रूप में मंडीबोर्ड मेें नोकरी जॉईन की, कोलारस के लोग इन्है खच्चू महाराज के नाम से पुकारते है। इनकी 26 साल की नौकरी की कुल वेतन 25 लाख रूपये वेतन के रूप में पाने वाले मंडी सचिव योगेन्द्र भार्गव पर 3 करोड़ रूपए की चल अंचल संमप्ति मिलने का खुलासा हुआ है।

बताया गया है छापे के दौरान इनके घर से 15 तौला सोना, 10 किलो चांदी और बैको में नौ खाते और लॉकर व शिवपुरी की शाही कॉलोनी में एक प्लाट और कोलारस मे एक प्लाट और
कोलारस अनुविभाग के कई गांवो में  सौ बीघा जमीन के अनुबंध पत्र और रजिष्ट्रीया मिली है और फोर व्हीलर एक वाहन और दो टू व्हीलर होना बताया गया है।

वर्तमान मण्डी बैराढ़ के सचिव योगेन्द्र भार्गव की शिकायत कोलारस के एक स्थानीय नागरिक के द्वारा की गई थी। सूत्रों के मुताबिक जमीन के विवाद को लेकर यह व्यक्ति योगेन्द्र भार्गव से परेशान था और कोलारस के समीप बैरसिया ग्राम का रहने वाला बताया जाता है। उसकी शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस ने विशेष न्यायालय से साक्ष्य एकत्रित करने के आधार पर सर्च वारंट जारी कराया और आज मण्डी सचिव के घर पर छापे की कार्यवाही की।