बारिश ना होने से सब्जियों के भाव आसमान पर

शिवपुरी। बरसात के मौसम में हर वर्ष सब्जियां काफी सस्ती बिकती थीं। आलू 5 से लेकर 10 रूपये, प्याज 5 रूपये, टमाटर 10 रूपये, भिण्डी, तोरई और ककड़ी 10 रूपये किलो मिला करती थीं, लेकिन इस बार बरसात न होने से सब्जियों के दाम कई गुना बढ़ गए हैं। आम आदमी की पहुंच से सब्जियां बाहर होती जा रही हैं।

शिवपुरी सब्जी मण्डी में टमाटर के भाव आसमान पर पहुंच गए हैं। टमाटर इन दिनों खैरिज में 70 से 80 रूपये प्रति किलो तक बिक रहा है। सलाद में काम आने वाली दूसरी सब्जी प्याज के दाम 20 रूपये किलो पर हैं। यही कारण है कि होटलों के सलाद में टमाटर और प्याज गायब हो गये हैं। आम आदमी की जरूरत की सब्जी आलू के भाव में भी काफी वृद्धि हुई है। आलू खैरिज में 25 रूपये किलो तक मिल रहे हैं। 

मौसमी सब्जी तोरई भी खरीदने में उपभोक्ता सकुचा रहा है। इसके दाम भी 20 रूपये किलो हैं। चमले की फली भी इसी दाम पर बिक रही है। जबकि ककड़ी और भिण्डी के दाम 30 रूपये किलो तक पहुंच गए हैं। ऐसी स्थिति में रोज कुआ खोद पानी पीने वाले किंकर्तव्यविमूढ़ हैं कि वह क्या खाएं और क्या नहीं खाएं। जानकारों के अनुसार बरसात में सब्जियों के दामों में वृद्धि का मु य कारण वर्षा न होना है और यदि जल्द वर्षा नहीं हुई तो दामों में इससे कहीं अधिक इजाफा हो जाएगा।

कार्यवाही से बच रहे जमाखोर
प्याज के दाम बढऩे का मु य कारण यह है कि जमाखोरों ने बड़ी मात्रा में हजारों टन प्याज का गोदामों में भण्डारण कर रखा है। किसानों ने तो अपनी प्याज का बाजार में विक्रय कर दिया है, लेकिन जमाखोरों के पास बड़े पैमाने में प्याज का भण्डारण हैं। इसी कारण प्याज के दामों में चार गुनी तक वृद्धि हो गई है, लेकिन प्रशासन प्याज के जमाखोरों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। जिससे जनता में आक्रोश है।