पढ़िए कोलारस MMS कांड की पूरी कहानी, विधायक प्रतिनिधि और पत्रकार की करतूत

शिवपुरी। उसे क्या पता था कि समाज में इज्जत और शान की जिंदगी देने वाली एक सरकारी नौकरी ही उसकी इज्जत को गंवा देगी। इसी दौरान जब वह ग्रामीण क्षेत्र से कोलारस एएनएम की ड्यूटी करेगी तो उसकी जिंदगी बेजान सी हो जाएगी। इस गलती का एहसास उसे तब हुआ जब वह एक फर्जी भाजपा नेता के कथित संपर्क में आई। वह अपने स्थानांतरण को लेकर एक नेता के संपर्क में ऐसी आई कि उसे  लगातार बलात्कार का दंश झेलना पड़ा, यहां तक होता तब भी ठीक था उस भाजपा नेता ने उसे ब्लैमेल करने की नीयत से उसका एमएमएस तक बना डाला।

इस मामले की सूचना उसे तब मिली जब उस फर्जी भाजपा नेता ने एक पत्रकार के हाथों एएनएम युवकी का अश्लील एमएमएस बना लिया। जिसके लिए मजबूरनवश उसे अपनी देह को इस पत्रकार को भी सौंपनी पड़ी। इसी बीच फर्जी नेता और इस पत्रकार ने एएनएम से आए दिन राशि ऐंठने का भी गोरख धंधा अपना लिया और धीरे-धीरे करते-करते लगभग 84 हजार रूपये हड़प लिए। जब एएनएम अब आगे की राशि देने में असमर्थता जताने लगी तो इस नेता व पत्रकार ने उसे उसकी देह अन्य लोगों को सौंपने का प्रस्ताव दे डाला। जिस पर एएनएम ने अपने साथ हुए इस कृत्य से इंकार कर दिया।

घटना के बारे में जब इस युवती ने महिला पुलिस अधिकारी आराधना डेविस को पूरे मामले से अवगत कराया तो इस पूरे काण्ड से पर्दा उठ गया। जिसमें लोकतंंत्र को लज्जित करने वाले कोलारस के एक पत्रकार और जन भावना से खिलवाड़ करने वाले फर्जी भाजपा नेता के विरूद्ध पुलिस ने धारा 376 के तहत मामला पंजीबद्ध किया।

फर्जी विधायक प्रतिनिधि और कथित पत्रकार ने अपनी ऊंची राजनैतिक पहुंच के चलते कोलारस के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ एक एएनएम को पहले अपनी हवश का शिकार बनाया और फिर उसके अश्लील एमएमएस तैयार कर उसे ब्लेकमैल किया। दोनों आरोपियों ने दो साल में उससे अब तक 84 हजार रूपये हड़प लिए तथा उस पर कॉल गर्ल बनने के लिए भी दबाव डाला।

आरोपियों की ब्लेकमैलिंग जब बढऩे लगी तो एएनएम ने परेशान होकर पुलिस में शरण ली। दोनों आरोपियों फर्जी विधायक प्रतिनिधि गोपाल कबीरपंथी और कथित पत्रकार राहुल शर्मा निवासीगण कोलारस पर भादवि की धारा 376 और 506 बी का मामला दर्ज कर लिया गया है। बताया जाता है कि आरोपी गोपाल कबीर पंथी पार्षद भी रह चुका है। दोनों आरोपीगण फरार बताए गए हैं। महिला डेस्क प्रभारी आराधना डेविस ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त महिला एएनएम ग्वालियर की है और विवाहिता है।
ट्रांसफर कराने के लिए आरोपी नेता के संपर्क में आई थी

वह अपनी छोटी संतान के साथ अकेली कोलारस में रहती है। बताया जाता है कि दो साल पहले वह ग्रामीण क्षेत्र में थी। कोलारस में स्थानांतरण के लिए उसके संपर्क में अपने आप को विधायक प्रतिनिधि बताने वाला गोपाल कबीरपंथी आया। इसके बाद एएनएम का कोलारस में स्थानांतरण भी हो गया। इससे कबीरपंथी का उसके घर आना-जाना शुरू हो गया और एक दिन अकेला पाकर आरोपी ने एएनएम को अपनी न केवल हवश का शिकार बनाया, बल्कि उसके अश्लील फोटो भी खींच लिए। इसके बाद लगातार दो साल तक आरोपी उक्त नर्स को लगातार ब्लेकमैल करता रहा। अश्लील एमएमएस के आधार पर आरोपी ने महिला के साथ कई बार बलात्कार किया।

समाचार प्रकाशन की धमकी देकर बलात्कार और ब्लेकमैलिंग
इसके बाद आरोपी गोपाल कबीरपंथी कोलारस में अपने एक दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार राहुल शर्मा को भी उक्त नर्स के घर ले गया तथा अश्लील एमएमएस को दिखाकर पत्रकार राहुल शर्मा ने भी उससे कई बार बलात्कार किया। उक्त पत्रकार ने तो महिला को धमकी दी कि वह उन्हें रूपये नहीं देगी तो वह उसका फोटो और समाचार अखबार में प्रकाशित कर उसकी इज्जत तार-तार कर देंगे। जिससे घबराई नर्स ने उन्हें रूपये देने का आश्वासन दे दिया। बाद में आरोपियों के हौंसले और बुलंद हो गए और फोटो के आधार पर उससे शारीरिक संबंध बनाने की पेशकश भी शुरू कर दी और कई बार दोनों आरोपियों ने उसके साथ बलात्कार भी किया।

कॉल गर्ल बनने के लिए पीडि़ता पर डाला दबाव
इसके बाद आरोपियों ने उसे अन्य पुरूषों के साथ संबंध बनाने के लिए भी दबाव बनाया, लेकिन उसने मना कर दिया। बाद में आरोपियों ने उसे बदनाम करने के लिए फिर से समाचार प्रकाशन का डर दिखाया तो पीडि़ता ने 5 अगस्त 2013 को 27 हजार रूपये दे दिए जिससे आरोपियों का लालच और बढ़ गया। बाद में 10 अक्टूबर 2013 को आरोपी फिर उसके पास पहुंचे और 27 हजार रूपये की मांग की। जिस पर पीडि़ता ने उन्हें फिर रूपये थमा दिए। इसके बाद 15 अप्रैल 2014 को आरोपी पीडि़ता से 30 हजार रूपये और ले आए। फिर उससे 60 हजार रूपये और मांगने लगे तो महिला ने उनका विरोध किया तो आरोपियों ने उससे कहा कि पैसे देने से वह तब बच सकती है जब वह उनके द्वारा लाए गए लोगों से शारीरिक संबंध बनाए। इस तरह से आरोपियों ने नर्स पर कॉल गर्ल बनने के लिए दबाव डाला।

ब्लेकमैलिंग से पीडि़त हो ली पुलिस की शरण
इससे पीडि़ता परेशान हो गई और पिछले काफी समय से वह महिला डेस्क प्रभारी आराधना डेविस के संपर्क में आई और फोन पर ही अपनी व्यथा सुनाती रही। लेकिन आराधना डेविस ने उसे सामने आने के लिए हौसला दिया। कल पीडि़ता उनके समक्ष पहुंची और एक लिखित शिकायत दर्ज कराई। जिस पर आराधना डेविस ने एडीशनल एसपी आलोक सिंह और एसडीओपी एसकेएस तोमर से संपर्क साधकर दोनों आरोपियों के खिलाफ प्रकारण पंजीबद्ध कर लिया।

इनका कहना है
आरोपी गोपाल कबीरपंथी यदि अपने आप को विधायक प्रतिनिधि बताता है तो यह बात सरासर गलत है। आप उससे पूछिए कि वह किस विभाग का विधायक प्रतिनिधि था। इसके पश्चात संबंधित विभाग से आप जानकारी लेंगे तो स्वयं असलियत सामने आ जाएगी। उससे मेरा न तो कोई सरोकार है और न ही वह मेरा विधायक प्रतिनिधि रहा है। मैं तो उसे ठीक तरह से जानता भी नहीं हूं।
देवेन्द्र जैन
पूर्व भाजपा विधायक कोलारस