ससुराल से पीडि़त महिला ने लगाई न्याय की गुहार

शिवपुरी। महिला सशक्तिकरण की बातें करने वाले वह दावे धरे के धरे रह जाते है जिनमें कहा जाता है कि  महिला आज किसी से कमजोर नहीं और वह पुरूष से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है यह दावा उस समय और भी थोथा जान पड़ता है जब एक पढ़ी-लिखी महिला के साथ ही अन्याय हो रहा हो आज भी महिला दहेज प्रताडऩा का शिकार हो रही है इस बात को झुटलाया नही जा सकता।

ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया है जहां महिला ने अपने ससुरालीजनों पर उंगली उठाते हुए उसके साथ मारपीट एवं आये दिन अपमानजनक शब्दों से उसे व उसके परिवार वालों पर ताने मारने की बात कही है और वह भी जब कि महिला 6 माह की र्ग ावती है। इस मामले की शिकायत महिला प्रकोष्ठ भी की गई है।

यह है मामला
मामला कुछ इस तरह है कि चीना विरमानी निवासी कमलागंज की शादी ग्वालियर के किलागेट मुराई मौहल्ला लवली स्वीट बाली गली निवासी निर्मलदास चुग के पुत्र हेमन्त चुग के साथ 5जून 2013 को फूलबाग गुरूद्वारा में स पन्न हुई।

जिसमे चीना के माता पिता ने अपने हैसियत के अनुसार दहेज भी दिया परंतु शादी के बाद ही बकौल चीना हेमंत के घरवाले उससे ऐसा व्यवहार करने लगे जैसे कि वह कोई दुश्मन है। अभी शादी को एक वर्ष भी पूरा नही हुआ और ससुरालीजन उससे दहेज की अनवरत माँग करने लगे और चीना को घर से निकाल दिया उसके बाद चीना रोती हुई चीना अपने माँ-बाप के घर कमलागंज पहुंची और उसके बाद चीना के रिश्तेदार एवं घरवाले हेमंत के घर ग्वालियर गये  चीना के माता-पिता ने बताया कि  वहाँ से बिना सोचे-समझे इन्होंने चलता कर दिया। चीना ने एक आवेदन महिला अपराध प्रकोष्ठ में भी दिया जिस पर दोनों पक्षों की बातचीत के बाद भी सुलह का कोई रास्ता नही निकला।

चीना ने बताया कि वह इतनी भयभीत है कि गर्भवती होने के बाद भी वह अपने पति के साथ रहना पसंद नही करती। चीना ने तो यहाँ तक कहा कि उसका पति तो उससे बच्चा गिराने तक की कह चुका है। चीना ने अपने शादी तोडऩे का भी मन बना लिया है कि वह अब किसी भी हालत में अपने पति के साथ रहना नही चाहती। उल्लेखनीय है कि चीना अभी स्टूडेंट भी है और उसके पेपर भी चल रहे है ऐसे में उसका गर्भवती होना और ऊपर से पति का यह व्यवहार देखकर उसे अपनी पूरी लाइफ डेस्ट्रॉय होती नजर आ रही है।

मायके में है सिर्फ बूड़े माँ -बाप
वैसे तो चीना कुल चार बहनें हैं किंतु सभी की शादी हो चुकी है और मायके के नाम पर उसके यहाँ सिर्फ बूड़े माँ-बाप है जो खुद उम्र के अंतिम पड़ाव पर है और किराये के मकान में रहकर अपना आखरी वक्त गुजार रहे है। चीना की माँ टिफिन देकर अपना बमुश्किल घर खर्च चला रही है ऐसे में उस पर आॢथक तंगी की मार भी जमकर पड़ रही है। चीना खुद निराश हताश होकर भगवान भरोसे अपना जीवन जी रही है।

इनका कहना है
चीना से बात की तो उसने कहा कि वह अपने पति के साथ नही रहना चाहती तलाक लेना चाहती हूँ जिसकी  कार्यवाही मैं कोर्ट से करूँगी।
आराधना डेविस
सब इंस्पेक्टर महिला अपराध प्रकोष्ठ शिवपुरी