पटवारी की करतूत शासकीय भूमि पर पुत्र के नाम पट्टा कर कब्जाया

शिवपुरी। जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र के ग्राम पचीपुरा में शासकीय भूमि पर कब्जाधारी की मौत के बाद कागजातों में मृतक की मौत के बाद अपने पुत्र का नाम दर्ज कर लिया और इस आधार पर पट्टा भी हासिल कर लिया। यह सब आसानी से पटवारी ने इसलिए किया, क्योंकि मृतक और उसके पुत्र का नाम एक ही था। कागजातों में मृतक कुलदीप बराही के स्थान पर सिर्फ कुलदीप कास्त कर दिया गया। पटवारी के पुत्र का नाम कुलदीप कास्त है।

यहां पटवारी ने सोचा कि कुलदीप बराही की मौत हो चुकी है। इस कारण कोई इस मामले को नहीं उठाएगा, लेकिन मृतक के भाई ने इस मामले को उजागर कर दिया, क्योंकि उसका नाम भी संयुक्त रूप से सरकारी कागजातों में कब्जाधारी के रूप में दर्ज था।  बाद में यह मामला न्यायालय में पहुंचा। जहां कल न्यायालय के आदेश के बाद बैराड़ थाने में आरोपी पटवारी और उसके पुत्र के खिलाफ भादवि की धारा 420, 461, 471, 120 बी सहित 323, 506 हरिजन एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार फरियादी रघुवीर पुत्र अनता बराही निवासी पचीपुरा द्वारा वर्ष 1997 में गांव में स्थित शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर उस पर कब्जा कर लिया था। बाद में प्रशासन ने कब्जेधारियों को नोटिस जारी कर जुर्माना भी किया। जिसकी राशि फरियादी रघुवीर ने जमा कर दी और उक्त भूमि पर पट्टा लेने के लिए उसने एक आवेदन स्वयं और अपने भाई कुलदीप बराही के नाम से तहसील कार्यालय में प्रस्तुत किया।

इसके कुछ समय बाद ही रघुवीर के भाई की मौत हो गई। बाद में पटवारी जगदीश कास्त ने उक्त पट्टे से फर्जीबाड़ा कर रघुवीर के भाई का नाम हटाकर अपने पुत्र कुलदीप का नाम चढ़वाकर पट्टा जारी करवा दिया। जब यह जानकारी रघुवीर को लगी तो उसने पटवारी का विरोध किया जिस पर आरोपी पटवारी और उसके पुत्र ने रघुवीर की मारपीट कर दी। जब वह उसकी शिकायत करने थाने पहुंचा तो पुलिस ने भी उसकी नहीं सुनी बाद में पीडि़त ने एक आवेदन न्यायालय में प्रस्तुत किया।