शिवपुरी। बीते लंबे समय से जिस दिन के आने का इंतजार विवाह बंधन में बंधने वाले जोड़े और सामूहिक विवाह स मेलन के आयोजक कर रहे थे। वह दिन आज ही गया जिसमें अक्षय तृतीया का यह दिन अनेकों जोड़ों को विवाह बंधने में बांधेगा तो वहीं इस दिन परशुराम जयंती होने से ब्राह्मण बड़े उत्साह के साथ भगवान परशुराम जयंती मनाएगा। अक्षय तृतीय को सर्वाधिक रूप से सामूहिक विवाह स मेलनों की धूम रहती है यही कारण है कि आज नगर ही नहीं बल्कि जिले भर में अनेकों स्थानों पर सामूहिक विवाह स मेलन आयोजित किए जाऐंगें।
बताना होगा कि भगनवान परशुरम के जन्मदिन को अक्षय तृतीया के रूप में बड़ी धूमधाम से प्रतिवर्ष मनाया जाता है इस मौके पर परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया जिला स्तर पर भव्य रूप से मनाई जाएगी। इसके साथ ही मांगलिक कार्यक्रमों का दौर भी बिना मुहुर्त के संपन्न होंगे। जिसको लेकर बाजारों में खरीददारी का दौर भी शुरू हो गया है। अक्षय तृतीया पर विभिन्न समाजों द्वारा विवाह स मेलनों का आयोजन किया जाएगा। विवाह समारोहों को लेकर बैण्ड-बाजों और ढोलों की बुकिंग भी एक माह पहले ही हो चुकी है। वहीं स मेलनों के लिए बड़े-बड़े ग्राउण्डों की बुकिंग भी हो चुकी है।
बाजार में बढ़ी खरीदारी
शादियों के मौसम में वैसे तो खरीददारी बढ़ ही जाती है और बाजारों में रौनक रहती है जिसके चलते अक्षय तृतीया के दिन यह भीड़ बढ़कर दोगुनी हो गई है। लोगों में कपड़ा, सोना, चांदी, जूते खरीदने की होड़ लगी हुई है। सुबह बाजार खुलते ही लोगों की भीड़ दुकानों पर देखी गई, क्योंकि कल अक्षय तृतीया पर विवाह कार्य स पन्न होने हैं और स मेलनों के कारण ही शहर में भीड़ भी अधिक देखी गई। लोग शादी-समारोह में शामिल होने की तैयारियों में लगे हुए देखे गए। कोई खरीददारी करने में जुटा था तो कोई बारातों में जाने की तैयारी में लगा रहा। अक्षय तृतीय से एक दिन पूर्व और अक्षय तृतीया के दिन चूंकि शादियां अधिक होने के कारण लोगों में सभी शादियों में शामिल होने के लिए संशय नजर आया तो वहीं एक ही परिवार के सदस्य अलग-अलग शादियों में जाकर अपने कर्तव्य निर्वहन में लगे हुए दिखे।
खरीददारी का शुभ दिन है अक्षय तृतीया
बताया जाता है कि एक ओर जहां अक्षय तृतीया के दिन सामूहिक विवाह स मेलन में विवाह योग्य जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगें तो वहीं दूसरी ओर यह दिन खरीददारी के लिए शुभ माना गया है। जिसमें अक्षय तृतीया के दिन खरीदे जाने वालों में सोने-चांदी के आभूषण, नव ग्रह प्रवेश एवं शुभ विवाह के लिए यह दिन सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस मौके पर आभूषण, वाहन, भूमि चल-अचल संपत्ति की खरीद-फरो त तृतीया तिथि प्रारंभ होने से समाप्त होने तक की जा सकती है। ऐसेे में कई दुकानों पर विवाह सामग्री के अलावा घर-परिवार में संपत्ति एकत्रित करने व आभूषण खरीदी करने वाले लोग भी कई दुकानों पर नजर आए।