शिवपुरी-शहर के देहात थाना क्षेत्र में बीते लंबे समय से पुलिसिया संरक्षण में ना केवल अवैध शराब का भण्डारण और विक्रय किया जा रहा है बल्कि इस अवैध कारोबार को पुलिस स्वयं बढ़ावा दे रही है जिससे दंश पंजीकृत शराब दुकान कारोबारियों को भुगतना पड़ रहा है इसके साथ ही सट्टे रूपी अवैध कारोबार को भी अब देहात थाना क्षेत्र में कंपनियों के नाम से खिलाया जा रहा है। एक नई कैटेगिरी के तहत इस सट्टे से जुड़े जितने भी सटोरिए और खाईबाज है वह तो मालामाल है लेकिन जो इस सट्टे के जाल में फंसा है वह बर्बादी की कगार पर है।
बताया जाता हे कि देहात थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 24 व 25 के आसपास क्षेत्र में इन दिनों सटोरियों की खुली पर्चियां देखी जा सकती है। जहां दिन और रात में अलग-अलग शि टों में जहां पुलिस के आला अधिकारी और कर्मचारी अपना हिस्सा लेकर मौज मस्ती कर रहे हैं तो वहीं सटोरियों की भी पुलिसिया संरक्षण में बल्ले-बल्ले हो रही है। दिन और रात में खेले जाने वाले इस सट्टे में अब कल्याण और मेन मु बई के नाम से कंपनी भी आ गई है जिसमें ओपन-क्लोज के नाम पर सटोरिए अपने गाढ़ी कमाई की पूरी राशि दंाव पर लगा देते है और यहां सटोरिए व खाईबाज मिलकर इस रकम को आधे-आधे में बांट लेते है। देहात थाना क्षेत्र के जवाहर कॉलोनी, पीएसक्यू लाईन, अंबेडकर कॉलोनी, स्टेडियम रोड और अन्य आसपास के क्षेत्र में सटोरिए सट्टा लगाते हुए देखे जा सकते है। कई बार स्थानीय नागरिकों ने शिकायत की लेकिन जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का कहावत यहां चरितार्थ होती नजर आ रही है।
यह दो कंपनियां है
यहां बताया जाता है कि कल्याण नाम से जिस कंपनी में सट्टा लगता है उसमें ओपन सायं 4 बजे ाुलता है जिसमें एक रूपये के बदले 9 रूपये मिलते है जबकि देर शाम 6 बजे पुन: क्लोज खुलता है जिस पर दोनों अंकों को मिलाकर जोड़ी बनती है और इस पर राशि एक रूपये से बढ़कर 90 गुनी हो जाती है जिसमें सीधे एक रूपये के बदले 90 रूपये मिलते है। इसी प्रकार से देर रात्रि के समय मेन मु बई नाम कंपनी को ओपन रात्रि 10 बजे व क्लोज रात्रि 12 बजे आता है इस पर सटोरिए और सट्टा लगाने वाले लोग रात 12 बजे तक जोड़ी के आने का इंतजार करते है और इसमें भी जोडी बनने पर राशि एक रूपये के बदले 90 रूपये दिए जाते है। कुल मिलाकर अच्छा खासा लालच देकर यहां लोगों को सट्टे की लत लगाई जा रही है जिसमें कई घर बेघर-बर्बाद हो गए है। सटोरियों पर कार्यवाही करने वाली पुलिस स्वयं ही इन्हें संरक्षण देगी तो जनहित की बात कौन करेगा? यह यक्ष प्रश्र चहुंओर सुनाई देता है।
पीएसक्यू लाईन में अवैध कलारी से बिक रही शराब
बताया गया है कि देहात थाना पुलिस के साथ अच्छी खासी सांठगांठ करने वाले पुरानी शिवपुरी की देशी कलारी संचालक शिवहरे इन दिनों अच्छा खासा अवैध करोबार कर घर-घर और दुकान-दुकान कलारी खोलने की मंशा बनाए हुए है। यही कारण है कि देहात थाना क्षेत्र में पुलिस की नाक के नीचे पीएसक्यू लाईन में एक ठाकुर जी के घर से अवैध कलारी का संचालन कमीशन के तौर पर बंधा हुआ है। यहां से ना केवल देशी शराब बल्कि विदेशी शराब, जिन, बोदका, वियर, व्हीस्की, रम और इसके अलावा कई वैरायटीयों की शराब आसानी से मिल जाएगी। बताया जाता है कि ठाकुर जी का पूरा परिवार ही इस अवैध कारोबार में डुबकी मार रहा है और पुलिस को जहां उसकी रिश्वतखोरी रूपी रकम मिल जाती है तो वहीं अवैध शराब के नाम पर शराब संचालक की दुकान भी चल निकलती है बचे शराब बेचने वाले ठाकुर साहब तो वह भी अपना कमीशन लेकर घर-परिवार को पाल ही लेते है। यहां इस कलारी का संचालन पीएसक्यू लाईन में मंदिर के आगे होना बताया गया है।
छात्र और महिलाऐं भी हैं लिप्त
ऐसा नहीं है कि सट्टे का यह कारोबार केवल पुरूषों तक ही सीमित है बल्कि सट्टे के इस रट्टे में कई महिलाऐं व छात्र भी संलिप्त है जो आए दिन सट्टे की लत के कारण प्रतिदिन सैकडों-हजारों रूपये गंवा आकर अपना भविष्य बर्बाद कर रहे है। एक ओर जहां महिला घर से बाहर निकलकर सटोरियों के साथ सट्टा लगा रही है तो वहीं मासूम बच्चे भी इसकी जद से बच नहीं पा रहे है। वह भी एक-दो या पांच-दस रूपये का सट्टा लगाकर इस अवैध कारोबार का हिस्सा बनते जा रहे है।
प्रतिदिन 5 लाख का सट्टा कारोबार
एक अच्छी खासी मोटी रकम का यह अवैध कारोबार दिनों दिन फलता फूलता ही जा रहा है। जानकारों की यदि मानें तो शिवपुरी शहर में ही अकेले 5 लाख रूपये का सट्टा प्रतिदिन खेला जाता है। ऐसे में ना जाने कितने ही लोगों के आशियानें उजड़ जाते है तो कहीं चंद पैसों की चमक देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इससे मिलने वाले चंद लाभ के परिणाम बेहद घातक व खतरनाक होते है। कई बार देखने में आया है कि सटट्े के जाल में फंसकर लोग कर्जा तक कर लेते है और जब वह कर्जा नहीं चुका पाते तो अंतत: दुनिया छोडऩे को मजबूर हो जाते है। ऐसे अनेकों उदाहरण शिवपुरी में देखने को मिल जोंएगें। वहीं दूसरी ओर लाखों का सट्टा लगाने वाले भी सैकड़ों लोग अपनी दिन भर की कमाई इसमें फूंक देते हे। जिससे यहां प्रतिदिन कई अवैध कारोबार जो सट्टा खिलाकर कई लोगों को लुभावने लालच देते है तो वहीं कई घरों को बर्बादी की कगार पर ला देते है। ऐसे में इस अवैध कारोबार को जितनी जल्दी रोका जाए तो उतना ही लाभप्रद होगा।
...इसलिए नहीं हो रही कार्यवाही
बताया जाता है कि अधिकांशत: सटोरियों और अवैध शराब विक्रेताओं के विरूद्ध इसलिए कार्यवाही नहीं होती क्योंकि इनके खिलाफ कार्यवाही करने वाली पुलिस ही इन्हें संरक्षण देती है ओर जब भी यदि पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस ओर रूख करते है तो इन सटोरियों व अवैध शराब विक्रेताओं को समय पूर्व ही सूचना दे दी जाती है जिससे सारे सबूत मिटा दिए जाते है। काले कारनामों के रूप में पुलिस का यह रूप जनता के सामने एक दिन खुलकर सामने आएगा इसके लिए हमारे समाचार पत्र द्वारा आए दिन ऐसे अवैध कारोबार को सामने लाकर उनके विरूद्ध मोर्चा खोला जाएगा। निश्चित रूप से पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस ओर अपना ध्यान देंगें और एक ऐसी कार्यवाही को अंजाम दिया जाएगा जिससे पुलिस अपने कार्य के प्रति संवेदनशीलता व कर्तव्यनिष्ठा प्रकट करें। यहां बताना होगा कि इस प्रकार के मामलों में कई बार पुलिसकर्मियों को निलंबन तक ही सजा भी दे दी जाती है ऐसे में विभाग द्वारा औचक कार्यवाही की जाए तो एक बड़ा खुलासा देहात थाना क्षेत्र में हो सकता है।