प्याज की कम तौल का उठा मुद्दा, आड़तियों ने भड़काया किसानों को

शिवपुरी-कृषि उपज मण्डी समिति शिवपुरी में ग्वालियर चंबल संभाग की सभी मण्डीयों से अलग प्याज की खरीदी की परंपरा है और यह परंपरा आड़तियों ने व्यापारियों के साथ मिलकर बना र ाी है जिसमें कुछ मुनाफाखोर किसान इनके साथ है। किसानों के द्वारा लामबंद्ध होकर इसकी शिकायत मंडी उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह के माध्यम से मण्डी के सचिव श्यामबिहारी शर्मा से की तो उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया। इसके पहले इस कालाबाजारी की जानकारी मंडी उपाध्यक्ष ने कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को दी तो वह सुनकर हतप्रभ रह गई।

उन्होंने तुरंत कलेक्टर शिवपुरी आर के जैन को निर्देशित किया कि शिवपुरी कृषि उपज मण्डी में प्याज, लहसुन, कद्दू की तौल के नाम पर किसानों का जो शोषण हो रहा है उसे तुरंत दुरूस्त किया जाए। कृषि उपज मण्डी के सचिव ने प्याज की तौल को निश्चित करने के लिए पहले मौखिक तौर पर आड़तियों एवं व्यापारियों को बोला और उसके बाद अब लिखित कार्यवाही से निर्देश जारी किए है जिसमें इस बात का उल्लेख है कि किसानों की उपज की कम तौल की जाती है तो मण्डी के लायसेंस भी निरस्त किए जा सकते है इसको लेकर मण्डी में भारी बबाल मचा है जिससे मुनाफाखोरी की चपेट में आए किसान भी घबराए हुए है।

कृषि उपज मण्डी शिवपुरी में प्रतिवर्ष अप्रैल से लेकर जून माह तक प्याज की अच्छी आवक होती है और इस आवक का यह प्रभाव पड़ता है कि कृषि उपज मण्डी शिवपुरी का नाम देश में नासिक की मण्डी के बाद कई प्रांतों में जाना जाता है। इस अत्याधिक पैदावार को करने वाले किसान की दुर्गति आड़तियों और व्यापारियों के द्वारा उसकी फसल की तौल में कटौती करके की जाती रही है कुछ किसानों ने जिसमें शिवलाल कुशवाह बछौरा, प्रमोद रावत लालगढ़, बसंत कुशवाह नौहरी, नीरज शिवहरे नौहरी, अनरथ सिंह रावत गूगरीपुरा, गोपाल चौधरी शिवपुरी, मंगल रावत शिवपुरी, बद्री धाकड़ आदि ने मण्डी उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह को लिखित तौर पर यह जानकारी दी।

कि एक ट्रॉली प्याज की आमद मण्डी में होती है जिसमें 60 मन (लगभग 25 क्विंटल)प्याज आती है इसकी तौल जब व्यापारियों के द्वारा की जाती है तो लगभग 7 मन(03 क्विंटल) प्याज का भुगतान एक ट्रॉली पर व्यापारी और आड़तिया नहीं करते है। यहां एक परंपरा और है कि 45 किलो की तौल करने के बाद प्याज के व्यापारी 40 किलो का भुगतान किसानों को करते है। यह मामला  जब मण्डी उपाध्यक्ष ने कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के सामने लाया तो उन्हें बड़ा अफसोस हुआ और उन्होंने कलेक्टर शिवपुरी को निर्देशित किया कि किसानों की इस लूट खसोट को तुरंत रोका जाए। एक प्रतिनिधि मण्डल कैलाश कुशवाह के नेतृत्व में मण्डी सचिव से मिला और इस मामले में कार्यवाही करने की बात कही।

कलेक्टर ने भी मण्डी सचिव को निर्देशित किया है कि मण्डी में किसानों की तौल पूरी होना चाहिए। इस घटनाक्रम से व्यापारी और आड़तिया के अलावा कुछ मुनाफाखोर किसान मण्डी का माहौल खराब कर रहे है और इस बात का दबाब बना रहे हैं कि इस परंपरा को रोका नहीं जा सकता, क्योंकि प्याज की खरीदी पर छीजन बहुत होती है इसलिए  45 किलो की खरीद पर 40 किलो का भुगतान करना आवश्यक है लेकिन मण्डी प्रशासन, जिला प्रशासन, मण्डी उपाध्यक्ष के तर्क से सहमत दिखाई देता है और सही खरीदी के लिए स ती करने मन बना रहा है।