मोदी का तूफान हिला भी नहीं पाया सिंधिया का किला

शिवपुरी। आज पूरे देश में मोदी की सुनामी चली ओर सुबह के 10:30 बजे ही भाजपा जीत की ओर अग्रसर हो चुकी थी, लेकिन गुना-शिवपुरी लोक सभा क्षेत्र में मोदी की सुनामी नही दिखी, भाजपा के प्रत्याशी जयभान सिंह पवैया कांग्रेस के प्रत्याशी ज्योदिरादित्य सिंधिया से 1 लाख 20 हजार मतो से हार गये है।

अभी एक चैनल के एक्जिट पोल ने सिंधिया की हार की खबर दिखाई थी इस खबर से शिवपुरी की राजनीति में भूचाल आ गया था। भाजपा के खेमें में खुशियो की लहर दिखाई दे रही थी और महल विरोधी कांगे्रसी छुपकर खुशिया मना रहेै थे। लेकिन ये जीत सिंधिया को सुखदायक नही रही होगी पिछली बार सिंधिया इस लोक सभा क्षेत्र से पौने तीन लाख वोटो से जीते थे।

जानकारी के अनुसार शिवपुरी विधानसभा से श्री सिंधिया 5 हजार मतों से पीछे रहे जबकि कोलारस व पिछोर में उन्हें अच्छे खासे मत मिले। इसके बाबजूद भी गुना संसदीय क्षेत्र में गुना शहर से सिंधिया पीछे रहे लेकिन बमौरी, अशोकनगर, मुंगावली और चंदेरी में सिंधिया ने बाजी मार ली। यहां भाजपा के जयभान सिंह पवैया कुछेक हजारों मतों से परास्त हुए लेकिन डाक मतपत्रों में भाजपा प्रत्याशी ने विजयी प्राप्त की जबकि श्री सिंधिया डाक मतपत्रों की गिनती में हारे।

इस प्रकार से यहां भाजपा प्रत्याशी जयभान सिंह पवैया को कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 1 लाख 20 हजार मतों से पराजित कर एक बार फिर से अपना वर्चस्व कायम रखा जबकि पूरे मप्र में मोदी की लहर में कांग्रेस का सूफड साफ हो गया। हालांकि छिंदबाड़ा में भी कांग्रेस के कमलानाथ ने जीत हासिल कर कांग्रेस की लाज रखी है। प्रदेश की 29 लोकसभा सीटो में से भाजपा को जहां 27 सीटें मिली तो कांग्रेस के खाते में महज 2 सीटें ही गई।

लेकिन यहां ​याद दिला देना जरूरी है कि यदि अगले चुनाव से पहले शिवपुरी में सिंध का पानी नहीं आया, हाईवे की हालत ठीक नहीं हुई, फोरलेन तैयार नहीं हुई और कॉलेज शुरू नहीं हुए तो बिना हवा के ही सिंधिया का किला जमींदोज हो जाएगा। यह मतदान शिवपुरी के सुनहरे भविष्य के लिए किया गया है। सिंधिया से 250 साल के संबंधों के लिए नहीं।