आसमान से बरसी आग ने जीना किया दूभर

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शिवपुरी। गर्मियों का मौसम शुरू होते ही लोगों की मुसीबतें भी बढऩी शुरू हो गई हैं। एक ओर तो जहां भीषण गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। वहीं गर्मी के कारण पेयजल समस्या भी लोगों की मुसीबत का सबब बन रही है। स्थिति यह है कि सुबह से ही लोग गर्मी से बचाव के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं। वहीं रात्रि जागरण कर प्यास बुझाने के  लिए पानी की व्यवस्था में लगे हुए हैं। ऐसी स्थिति में शहरवासी आने वाले दो माह में किस तरह इस समस्या से निजात पा सकेंगे।

विदित हो कि सिंधिया राजवंश की ग्रीष्मकालीन राजधानी शिवपुरी में बिगड़ते पर्यावरण संतुलन के कारण भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया है। पहले जहां शिवपुरी का तापमान 30 से 35 डिग्री तक हुआ करता था अब वह 45 से 50 तक पहुंचने लगा है। जिससे शिवपुरीवासी भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं। आने वाले जून-जुलाई माहों में गर्मी की समस्या बढ़कर दुगुनी हो जाएगी। जिसके लिए लोग अभी से ही तरह-तरह के इंतजाम करने में लगे हुए हैं। गर्मी के साथ-साथ पेयजल समस्या भी इस क्षेत्र की गंभीर समस्या है और इस समस्या से निपटने के लिए नपा प्रशासन ने अभी तक कमर नहीं कसी है। जबकि पेयजल समस्या को खत्म करने के लिए मार्च माह में टेेंकरों की सप्लाई के लिए टेण्डर डाले जाते हैं। लेकिन अभी तक शहर में पानी सप्लाई का क्रम शुरू नहीं हो सका है। जिस कारण लोग दूर-दूर से रात्रि जागरण कर पानी की व्यवस्था कर रहे हैं।

सूअरपालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं

नगरपालिका ने सूअरों को मारने के लिए शूटरों को आमंत्रित तो कर दिया है, लेकिन सूअरपालकों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। नगरपालिका को स्पष्ट रूप से सूअर पालकों के नाम की जानकारी है और माननीय उच्चन्यायालय का आदेश भी है कि नगरपालिका सूअर पालकों के नाम उन्हें अवगत कराए। नगरपालिका ने सूअर पालकों की बर्खास्तगी और उनके विरूद्ध न्यायालय की अवमानना के मामले को बढ़ाने का कोई प्रयास नहीं किया है।

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