मूर्तियां बरामदगी के साथ सेसई जैन मंदिर चोरी का पुलिस ने किया पटाक्षेप

शिवपुरी। धार्मिक आस्था का केन्द्र बना सेसई स्थित शांतिनाथ नौगाजा दिग बर जैन मंदिर में हुई चोरी के मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक डॉ.महेन्द्र सिंह सिकरवार के निरंतर प्रयास जारी थी। इसी क्रम में पुलिस को उस समय बड़ी सफलता मिली जब एक डकैती की योजना बना रहे कुछ बदमाश मुखबिर की सूचना पर पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में सेसई स्थित जैन मंदिर में हुई चोरी को कबूल किया और चोरी गई जैन मूर्तियां सहित कुण्डल, छत्र एवं सिंहासन भी बरामद कराए। आरोपियों के पास से भी धारदार हथियार तलवार, कुल्हाड़ी, फर्सा, एक 31 बोर की रिवाल्वर, 2 जिंदा कारतूस आदि बरामद किए। इस चोरी को पर्दाफाश करने में एसपी डॉ.सिकरवार सहित एसडीओपी के निर्देश पर पुलिस टीम के कोतवाली थाना प्रभारी आरकेएस राठौड, कोलारस टीआई सुनील श्रीवास्तव, प्रआर अरूण वर्मा, सत्यवीर सिंह जादौन, सुरेन्द्र पाराशर, संतोष वैश का महत्वपूर्ण योगदा रहा।

बीते माह हुई थी मंदिर से जैन मूर्ति चोरी

बताना होगा कि बीती 14 मार्च को कोलारस थाना क्षेत्र के ग्राम सेसई में स्थित शांतिनाथ नौगजा दिग बर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर से भगवान शांतिनाथ की मूर्ति सहित छत्र और सिंहासन चोरी हो गए थे। जिन्हें बरामद करने पुलिस टीम लगातार प्रयासरत रही और जिसका परिणाम हुआ कि बुधवार को पुलिस ने चोरी गई प्रतिमाऐं बरामद कर ली और इस मामले में 6 आरोपियों को गिर तार किया है। जिनमें विजय पुत्र बांरेलाल जाटव निवासी सतनवाडा कला, मोहन पुत्र धनीराम जाटव निवासी मड़ीखेड़ा, सतीश पुत्र प्यारेलाल कुर्मी निवासी सइसपुरा, सलीम पुत्र इकबाल खान निवासी शिवपुरी, हल्के पुत्र लिथरू जाटव निवासी मड़ीखेड़ा, लक्ष्मीनारायण पुत्र डोंगाराम जाटव निवासी सिरसौद शामिल हैं। इनके अलावा दो सुनार कैलाश सोनी, महेश सोनी व राजू मराठा को भी पकड़ा है जिन्होंने चोरी गई प्रतिमाओं को गलाने का प्रयास किया जिससे वह इस मामले में आरोपी बनाए गए। उक्त आरोपियों पर पुलिस अधीक्षक द्वारा 15 हजार रूपये का दो दिवस पूर्व ही इनाम घोषित किया गया था। इससे पूर्व जैन समाज द्वारा भी पुलिस पकड़े गए सभी आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है और पुलिस को आशा है कि आरोपियों से और भी कई चोरियों का खुलासा हो सकता है। मंदिर चोरी का पर्दाफाश होने से समूचे जैन समाज में हर्ष का माहौल व्याप्त है।

यूं की थी चोरी की वारदात

विदित हो 13 और 14 मार्च की रात्रि में सेसई जैन मंदिर पर अज्ञात चोरों ने धावा बोलकर वहां से अष्टधातु से निर्मित भगवान शांतिनाथ की मूर्ति सहित चांदी का छत्र, सिंहासन, कलश, यंत्र सहित अन्य सामग्री चोरी कर ले गए थे। चोरी से पहले चोरों ने मंदिर के पुजारी प्रेमचंद्र पुत्र रज्जूलाल जैन के कमरे के दरवाजे की कुंदी लगाकर उसमें ताला लगा दिया था। साथ ही मंदिर का माली काशीराम पुत्र तुलसीदास कुशवाह के कमरे में भी बाहर से ताला जड़ दिया था। लेकिन उस समय माली मंदिर परिसर में स्थित दूसरे कमरे में सो रहा था। इसके बाद चोरों ने मंदिर के पीछे स्थित दरवाजे में धक्का देकर उसका डण्डाला तोड़ दिया था। बाद में चोरों ने अंदर लगीं शटरों के दोनों ताले तोड़कर गर्भगृह में प्रवेश किया था। जहां कांच के दरवाजे का लॉक तोड़कर वहां रखी अष्टधातु की भगवान पाश्वनाथ की मूर्ति जिसका वजन करीब 12 किलो था उसे चोरी कर लिया था। इसके साथ ही तीन किलो का एक छत्र और 10 छोटो-छोटे छत्रों सहित पांच पीतल के सिंहासन, एक चांदी का लौटा, दो चांदी के कलश, एक चमर चांदी का भी साथ ले गए। रात्रि में मंदिर के पुजारी प्रेमचंद्र शौच के लिए उठे तो उन्होंने दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन दरवाजा नहीं खुला और उन्होंने जोर-जोर से आवाज लगाना शुरू कर दिया। आवाज सुनकर माली काशीराम जाग गया और बाद में प्रेमचंद्र के दरवाजे का ताला काशीराम ने निकाला और मंदिर में जाकर देखा तो वहां सारा सामान अस्त-व्यस्त पड़ा था।

पुलिस ने आरोपियों पर घोषित किया था 15 हजार का इनाम

पुलिस अधीक्षक  महेन्द्र सिंह सिकरवार ने सेसई मंदिर में हुई चोरी के आरोपियों की गिर तारी के लिए 15 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था। इस मामाले का पर्दाफाश होने के बाद अब यह इनाम उस टीम को दिया जाएगा जिसने चोरी के आरोपियों को गिर तार कर मामले का पर्दाफाश किया। इसक ेसाथ ही जैन समाज द्वारा भी इस मामले में अज्ञात चोरों को पकडऩे पर 31 हजार रूपये की राशि देने की घोषणा की थी जिस पर अब मामला पटाक्षेप होते ही जैन समाज में हर्ष व्याप्त है और इस मामले को लेकर शीघ्र ही पुलिसकर्मियों का स मान समारोह आयोजित कर उन्हें स मानित किया जाएगा।

गिरफ्तार आरोपियों को लिया जाएगा रिमाण्ड पर

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिर तार आरोपियों पर संदेह है कि उन्होंने कई अन्य वारदातों को अंजाम दिया है। इस कारण पुलिस गिर तार आरोपियों को रिमाण्ड पर लेने की तैयारी कर रही है। इस मामले में आरोपियों को गिर तार कर न्यायालय में पेश किया जाएगा और वहां से उन्हें रिमाण्ड पर लिया जाएगा।